प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति में संख्यात्मक अनुपात लागू करने की मांग मुख्यमंत्री से

खाजूवाला, राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ रेस्ला ब्लॉक खाजूवाला ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा है। जिसमें प्रधानाचार्य उ.मा.वि. पद पर पदोन्नति में संख्यात्मक अनुपात लागू करने की मांग की है।
व्याख्याता भूपेन्द्र कौशिक ने बताया कि वर्तमान में प्रधानाचार्य उ.मा.विद्यालय के लगभग 12 हजार पद है। जिन पर प्राध्यापक व प्रधानाध्यापक से 67:33 के अनुपात में पदोन्नति की जाती है। जिसमें व्याख्याता की संख्या 54 हजार पदोन्नति के उपलब्ध पद 8 हजार अवसर 15 प्रतिशत, प्रधानाध्यापक 35 हजार पदोन्नति के लिए उपलब्ध पद 4 हजार अवसर 115 प्रतिशत है। राज्य सरकार ने जिस आधार पर 67:33 का अनुपात लागू किया उस समय व्याख्याताओं की संख्या 23 हजार तथा प्रधानाध्यापक की संख्या 9 हजार थी लेकिन वर्तमान में व्याख्याताओं की संख्या बढ़कर 54 हजार व प्रधानाध्यापक की संख्या 3500 हो गई है। वर्तमान में यह नियम असमयिक हो चुका है। ज्ञापन में अवगत करवाया कि व्याख्याता व प्रधानाध्यापक दोनों समक्ष पद है तथा ग्रुप एफ में आते है।

इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कार्यालय में लंबित स्वीकृति बाकी है। जिसे जल्द से जल्द करवाने की मांग की है। इस मौके पर व्याख्याता भूपेन्द्र कौशिक, हरदेवसिंह चन्दी, प्रेमकुमार खालिया, विजय खीचङ, रफीक खान और बद्रीप्रसाद उपस्थित रहे।