खाजूवाला, खाजूवाला में एक महिला की मौत हो गई। ईंटा भट्टा काम करने वाली महिला का ईलाज प्राईवेट डॉक्टर से चल रहा था। जिसकी तबियत बिगडऩे पर उसे खाजूवाला सीएचसी लाया गया। खाजूवाला सीएचसी में चिकित्सकों ने महिला को मृतक घोषित कर दिया। महिला की मृत्यु के बाद मामला गरमाया और विवाद हो गया। जिसपर परिजनों ने स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर पर ईलाज सही नहीं करने की शिकायत की।
खाजूवाला के पास ईंट भट्टे पर काम करने वाली महिला कुछ दिनों पूर्व बीमार हुई थी। जिसका ईलाज परिजनों ने प्राईवट (झोलाछाप) डॉक्टर से करवाया। जिसकी दवा लेने के बाद महिला की तबियत और बिगड़ गई तथा रविवार को खाजूवाला सीएचसी लाते समय उसकी मृत्यु हो गई। सीएचसी पहुंचने के बाद यहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। जिसपर सीएचसी प्रभारी डॉ.अमरचन्द बुनकर द्वारा परिजनों से पूछताछ की गई तो सामने आया कि स्थानीय प्राईवेट डॉक्टर से ईलाज करवाया था। लेकिन ईलाज सही नहीं होने के कारण महिला की मृत्यु हो गई।
इस सम्बन्ध में सीएचसी प्रभारी डॉ.अमरचन्द बुनकर ने बताया कि खाजूवाला मण्डी में बहुत से प्राईवेेट डॉक्टर है जो बिना डिग्री के ही लोगों का ईलाज करते है तथा पूर्व में भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कार्यवाही की गई है। वहीं मरीज के परिजनों के पास से प्राईवेट डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाईयां पर्ची व जाँच रिपोर्ट भी मिली है। जिसके पास डिग्री नहीं उसके द्वारा प्रेक्टीसर कर मरीजों को परामर्श देना गैर कानूनी है तथा इस सम्बन्ध में कार्यवाही की जाएगी।