3 वर्ष पुराने फर्जी मस्टरोल मामले में ग्राम विकास अधिकारी गिरफ्तार


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खाजूवाला, खाजूवाला पुलिस ने फर्जी मस्टररोल से लाखों रुपए का गबन करने के 3 वर्ष पुराने मामले में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार किया है। दर्ज मुकदमें के अनुसार अक्टूबर 2017 में दर्ज हुए इस प्रकरण में अरविंद बिश्नोई (40) निवासी चक 2-केपीडी, रावला जिला श्रीगंगानगर को गिरफ्तार किया गया। ग्राम पंचायत कुंडल में हुए फर्जीवाड़े के संबंध में चक 3 केएलडी कुंडल निवासी ज्ञानप्रकाश जाट (62) द्वारा अदालत में दायर किए गए इस्तगासा के आधार पर 6 अक्टूबर 2017 को तत्कालीन सरपंच रवीना, कृष्णलाल, रामसनेही, सीमाराम, वेदप्रकाश, मूर्तिदेवी, राममूर्तिदेवी, सुमन आदि अनेक लोगों पर मनरेगा के तहत किए गए कार्यों के फर्जी मस्टररोल बना कर सरकारी राशि का दुरुपयोग तथा गबन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार जिनमें से रवीना भादू पत्नी राकेश कुमार, राममूर्ति पत्नी सीता राम, सुमन पत्नी सुरेंद्र (अंग्रेज), रामसनेही पत्नी कृष्णलाल वर्तमान में अग्रिम जमानत पर चल रहे हैं।
इसके अलावा मुकदमे में ज्ञानप्रकाश जाट ने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरपंच ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मनरेगा कार्यों में ऐसे लोगों के फर्जी मस्टर रोल बना दिए, जिन्होंने कोई मजदूरी कार्य नहीं किया। उन्होंने कार्य स्थल पर आकर हाजिरी तक नहीं लगाई। जिन लोगों के फर्जी मस्टररोल बनाए गए उनमें 2-3 तो ऐसे थे, जिनके घरों में विवाह समारोह थे। यह लोग विवाह में व्यस्त थे। जिन तारीखों में विवाह था उन्हीं दिनों में मनरेगा कार्य करने के फर्जी मस्टररोल बनाए गए। इसी प्रकार एक युवती प्रसव के लिए मंडी 365 हैड के एक हॉस्पिटल में भर्ती थी। उसने बच्चे को जन्म दिया था। फिर भी उसकी मनरेगा कार्य में उपस्थिति दिखाकर और फर्जी मस्टररोल बनाकर पैसा उठा लिया गया। थाना प्रभारी के अनुसार इस मामले में कुछ आरोपितों की पूर्व में गिरफ्तारी हो चुकी है। जांच में तत्कालीन ग्राम सचिव अरविंद बिश्नोई के दोषी पाए जाने पर गिरफ्तारी की गई है।