राजस्थान के 440 बीएड कॉलेजों में इस साल नहीं होंगे एडमिशन, इस वजह से खाली रह जाएंगी 44 हजार सीटें

राजस्थान के 440 बीएड कॉलेजों में इस साल नहीं होंगे एडमिशन, इस वजह से खाली रह जाएंगी 44 हजार सीटें

R.खबर ब्यूरो। राजस्थान के 440 बीए-बीएड और बीएससी-बीएड कॉलेजों में इस साल 44 हजार सीटें खाली रहेंगी। प्रदेश के इन कॉलेजों में इस साल दाखिले नहीं होंगे। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) के लिए जो मापदंड निर्धारित किए हैं, राज्य के 90 फीसदी बीएड कॉलेज उन शर्तों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। यही वजह है कि आवेदन करने के बाद भी राज्य के किसी भी बीएड कॉलेज को अभी तक आईटीईपी कोर्स संचालित करने की मान्यता नहीं मिली है।

उधर, दो वर्षीय-बीएड पाठ्यक्रम और दो वर्षीय प्रारम्भिक शिक्षा में डिप्लोमा (डीएलएड) प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया को मार्च के प्रथम सप्ताह में स्थगित कर दिया गया था।

NCTE का फैसला बना वजह:-

दरअसल, एनसीटीई ने शिक्षा सत्र 2025-26 से चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीए-बीएड और बीएससी-बीएड कोर्स की जगह इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) को शुरू करने का फैसला किया है। आईटीईपी कोर्स के लिए निर्धारित मापदंड जो कॉलेज पूरा करेंगे, उन्हीं को यह कोर्स शुरू करने की अनुमति दी जाएगी।

40 कॉलेजों में भी नहीं हुए निरीक्षण:-

एमजीएस यूनिवर्सिटी के अतिरिक्त कुलसचिव-शैक्षणिक डॉ. बिट्ठल बिस्सा ने बताया है कि एनसीटीई ने नए कोर्स आईटीईपी के लिए जो मापदंड निर्धारित किए हैं, उन्हें राज्य के लगभग 40 कॉलेज ही पूरा कर पा रहे हैं, लेकिन इन कॉलेजों के भी निरीक्षण नहीं हुए। राज्य के अनेक बीएड कॉलेजों के पास नैक की ग्रेड नहीं है।

सिर्फ इन कॉलेजों को मिलेगी संबद्धता:-

शिक्षा सत्र 2025-26 से एनसीटीई ने चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीए-बीएंड और बीएससी-बीएड की जगह आईटीईपी कोर्स शुरू करने का निर्णय किया है। एनसीटीई संभाग के जिन बीएड कॉलेजों को इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) शुरू करने की अनुमति देगा, विश्वविद्यालय उन कॉलेजों को संबद्धता देगा।

इन 9 मापदंडों पर बीएड कॉलेजों की योग्यता परखी जाएगी:-

  1. यूजीसी की किस धारा के तहत कॉलेज संचालित है।
  2. कॉलेज को नैक से कौन सा ग्रेड प्राप्त है।
  3. महाविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा रैंकिंग के किस पायदान पर है।
  4. संस्थान कितने वर्ष से संचालित है।
  5. संस्थान में कौन-कौन से विषय संचालित हैं।
  6. संस्थान की भौतिक स्थिति कैसी है।
  7. संस्थान में अनुमोदित और योग्यताधारी स्टाफ कार्यरत है या नहीं।
  8. संस्थान ने शैक्षणिक और अनुसंधान स्तर पर क्या-क्या नवाचार किए हैं।
  9. संस्थान को बहुविषयक महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त है या नहीं।