खाजूवाला, सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला में करोड़ो की लागत से बन रही भारतामाला सड़क परियोजन में गुणावता की पोल क्षेत्र में हुई पहली बारिश ने खोल कर रख दी। बाईपास पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कोई बड़ा हादसा नही हुआ। वही कंपनी द्वारा रातों रात क्षतिग्रस्त हिस्से पर लीपापोती कर दी गई। शनिवार को स्थानीय लोग मौके पहुंचे व कंपनी के द्वारा की गई लीपापोती को देख कर आक्रोश जताया। लोगों ने कहा कि यदी कंपनी इसी तरह से लीपापोती करती रही तो कभी बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में स्थानीय लोगों ने कहा कि एनएचएआई के अधिकारी मौके पर पहुंचे व पूरे निर्माण की जांच करें अन्यथा स्थानीय लोग बड़ा आंदोलन करेंगे।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा भारत माला के तहत बनने वाली सड़क निर्माण का कार्य पूरा भी नहीं हुआ कि खाजूवाला से बीकानेर सड़क मार्ग पर बने पूगल बाईपास पर बना ओवरब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया। भारत माला सड़क निर्माण के तहत इस ओवरब्रिज का निर्माण किया गया था। पूगल से दंतोर सड़क के ऊपर बने इस ओवरब्रिज से कंक्रीट धड़धडा कर नीचे गिर गई। गनीमत यह रही कि उस दौरान पुल के नीचे व पुल के ऊपर कोई वाहन नहीं था। अगर यहां से कोई वाहन गुजर रहा होता तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
मौके पर मौजूद ग्रामीण राजेन्द्र जांगू व खेमाराम ने बताया कि घटिया निर्माण सामग्री के चलते यह ओवरब्रिज क्षतिग्रस्त हुआ है। एनएचएआई के तहत जीआर कंपनी के द्वारा यह कार्य किया गया था। आसपास के लोगों ने क्षतिग्रस्त ओवरब्रिज की कंपनी को सूचना दी। 2 महीने पहले ही इस भारत माला सड़क निर्माण का कार्य पूरा हुआ था। ऐसे में निर्माण कंपनी की लापरवाही के चलते बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। क्षतिग्रस्त ओवरब्रिज की सूचना मिलते ही कंपनी द्वारा पूगल बाईपास को दोनों तरफ से पूरी तरह बंद कर दिया और ओवरब्रिज की मरम्मत करने का कार्य शुरू कर दिया। इस सम्बन्ध में पुल क्षतिग्रस्त होने की आशंका पर आसपास के लोगों ने पहले भी कंपनी को अवगत करवाया था लेकिन कंपनी के अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि ओवरब्रिज के साइड में बनाई गई दीवारों से भी कंक्रीट निकलने लगी है। यदि एनएचएआई के अधिकारी मौके पर पहुंच कर पूरे निर्माण कार्य की जांच नहीं करते हैं तो पूगल क्षेत्र के स्थानीय लोगों के द्वारा बड़ा धरना प्रदर्शन किया जाएगा। क्योंकि निर्माण कंपनी में अधिकारियों की मिलीभगत के कारण निर्माण कार्य में बड़ी मात्रा में भ्रष्टाचार हुआ है। यदि इस तरह से उद्घाटन होने से पहले ही ओवरब्रिज टूटने लगे तो आगामी दिनों में क्या होगा।