नई दिल्ली, नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में झारखंड के गुमला जिले के किसानों की लेमन ग्रास की खेती करने के प्रयास की सराहना की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि लेमन ग्रास की खेती कर यह किसान न सिर्फ अपने आप को सशक्त बना रहे हैं, बल्कि देश की तरक्की में भी प्रभावी योगदान कर रहे हैं।
लेमन ग्रास से निकलने वाले तेल की बाजार में बहुत मांग है। लेमन ग्रास से निकलने वाला तेल कॉस्मेटिक्स, साबुन और तेल और दवा बनाने वाली कंपनियां यूज करती हैं, इस वजह से इसकी अच्छी कीमत मिलती है। पिछले कुछ सालों में किसानों का भी लेमन ग्रास की फसल की ओर रूझान बढ़ा है। लेमनग्रास की खूबी ये है कि इसे सूखा प्रभावित इलाकों में भी लगाया जा सकता है।
लेमन ग्रास का पौधा लगाने के बाद यह लगभग छह महीने में तैयार हो जाता है। उसके बाद हर 70 से 80 दिनों पर किसान इसकी कटाई कर सकते हैं। साल भर में इस पौधे की पांच से छह कटाई की जा सकती है।