नई दिल्ली, कोरोना महामारी के वजह से 21 दिन के लॉकडाउन में एक मां का 17 साल का बेटा फंस गया तो उसने हिम्मत भरा कदम उठाया। तेलंगाना के निजामाबाद जिले में रहने वाली 50 साल की रजिया बेगम सोमवार की सुबह स्थानीय पुलिस की परमिशन लेकर सोलो राइड के लिए आंध्रप्रदेश के नेल्लौर के लिए निकलीं जो करीब 700 किलोमीटर दूर है। हाइवे की सूनी सड़कों पर स्कूटर दौड़ाते हुए नेल्लौर पहुंची और फिर वहां से अपने बेटे को पीछे बैठाकर बुधवार शाम को निजामाबाद जिले में अपने घर वापस पहुंचीं। इस तरह इस पूरी यात्रा में उन्होंने 1400 किलोमीटर की दूरी तय की, वह भी तीन दिन में यानी करीब 470 किलोमीटर प्रतिदिन स्कूटर चलाया।
रजिया बेगम ने बताया कि टू-व्हीलर से यह एक कठिन यात्रा थी लेकिन बेटे को लाने के दृढ़ निश्चय ने सारे डर को खत्म कर दिया। रात को जरूर डर लगा जब सड़क पर न तो कोई इंसान था और न ही ट्रैफिक का मूवमेंट। रजिया बेगम निजामाबाद जिले में बोधन कस्बे के एक सरकारी स्कूल में हेडमिस्ट्रेस हैं, जो हैदराबाद से 200 किलोमीटर दूर है। रजिया के पति 15 साल पहले ही गुजर चुके हैं। उनका बेटा 17 साल का निजामुद्दीन है जो एमबीबीएस के लिए तैयारी कर रहा है।