खाजूवाला, कहते है हौंसलों में हो दम तो तो आप ऊँचे से ऊँचा मुकाम भी हासिल कर सकते है। ऐसा ही एक उदाहरण खाजूवाला के गाँव 10 बीडी में देखने को मिला है। यहां छात्र बुधराम बावरी ने नीट की परीक्षा पास कर एम्स में चयहन हुआ है। जिसको प्रोत्साहित करने के लिए शनिवार को 127 वीं वाहिनी सीमासुरक्षाबल के कमाण्डेंट अमिताभ पंवार बुधराम के घर पहुंचे और उसे टेबलेट देकर सम्मानित किया और क्षेत्र के युवाओं को बुधराम से सीख लेकर अपने जीवन में आगे बढऩे की हिदायत भी दी।
ग्राम पंचायत 14 बीडी के सरपंच राजाराम कस्वां ने बताया कि गाँव 10 बीडी के बुद्धराम पुत्र रूपाराम बावरी का नीट परीक्षा (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) के तहत आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईस गोरखपुर में चयन हुआ है। इस सफलता के लिए कमांडेंट अमिताभ पंवार ने बुद्धराम को एक टैबलेट उपहार में देकर प्रोत्साहित किया है। जिसका उपयोग चिकित्सा की ऑनलाइन क्लास लेने में काफी मददगार साबित होगा। बुद्धराम का परिवार आर्थिक स्थिति से काफी कमजोर है। इन परिस्थितियों में इस मुकाम तक पहुँचना बहुत कठिन है क्योंकि सफलता किसी की मोहताज नही होती।
बुधराम ने बताया कि उसके पिता रूपाराम व सोनी देवी ने उसे बचपन से ही पढ़ाई लिखाई के प्रोत्साहित किया। कक्षा 5 से 10 वीं तक 10 बीडी की स्कूल में ही पढ़ाई की। 10 वीं में 94 प्रतिशत अंक आए। वहीं कक्षा 11 वीं व 12 वीं प्रिंस स्कूल सीकर में नि:शुल्क हासिल करते हुए 90.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। यहां से ही चिकित्सक बनने की उम्मीद जगी और नीट परीक्षा की तैयारी शुरू की। लॉकडाऊन होने के कारण 10 बीडी अपने गाँव आकर विपरित परिस्थितियों में ऑनलाईन पढ़ाई की और नीट परीक्षा में केटेग्री 898 तथा ऑल इंण्डिया रेंक 38 हजार 42 हासिल की। बुधराम सहित परिवार में चार भाई है तथा तीन बहिनें है। खेत कास्त पर लेकर खेती करते है। घर पूरा कच्छा है। बुधराम न्योरो सर्जन बनकर सेवा करना चाहते है।
बुद्धराम ने बताया कि बीएसएफ के कमाण्डेंट अमिताभ पंवार ने घर आकर मुझे आगामी पढ़ाई के लिए टेबलेट दिया है। उसका मैं तहे दिल से धन्यवाद देता हूं एवं मैं इस टैबलेट का उपयोग करके मेरे करियर को बुलंदियों पर पहुंचाने का अथक प्रयास करूंगा एवं विद्यार्थियों को संदेश देता हूं कि जितना कठोर परिश्रम होगा सफलता उतनी ही शानदार होगी।