राजस्थान: पूर्व मंत्री का निधन, सरकार बनाने के लिए भैरोसिंह शेखावत हेलिकॉप्टर से लेने गए थे

राजस्थान: पूर्व मंत्री का निधन, सरकार बनाने के लिए भैरोसिंह शेखावत हेलिकॉप्टर से लेने गए थे
जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुंदरलाल का शुक्रवार रात को निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अचानक तबियत खराब होने पर उन्हें जयपुर के SMS अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां रात 2.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। लोग उन्हें ‘काका’ कहकर बुलाते थे। इससे पहले फेफड़ों में इंफेक्शन और सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें 24 अगस्त को जयपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके कुछ दिन बाद उन्हें छुट्‌टी दे दी गई थी और वे जयपुर में अपने आवास पर रह रहे थे। 22 अगस्त को ही उन्होंने अपना 92 वां जन्मदिन मनाया था। काका के निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। 1972 में वे पहली बार कांग्रेस के टिकट से झुंझुनूं जिले की सूरजगढ़ विधानसभा सीट से विधायक बने। इसके बाद कभी निर्दलीय तो कभी कांग्रेस से विधानसभा में पहुंचे, लेकिन फिर 2003 में भाजपा के टिकट से जीते। भाजपा से ही 2018 तक विधायक रहे। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इनके बेटे को टिकट नहीं दिया तो रोने लगे थे। बाद में बेटे ने निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 1993 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभर कर आई थी, लेकिन स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया था। पार्टी का नेतृत्व भैरो सिंह शेखावत कर रहे थे। सरकार बनाने के लिए एक-एक वोट कीमती था। भैंरो सिंह शेखावत ने चुनाव परिणाम आने के बाद काका को फोन किया, कहा लेने के लिए आ जाता हूं, मेरे साथ चलोगे?
काका ने कहा- आ जाओ। तब भैरोसिंह हेलीकॉप्टर से काका सुंदरलाल को लेने आए थे। सुंदरलाल, भैंरोसिंह शेखावत के साथ जयपुर पहुंचे और उनको अपना समर्थन दिया। बाद में शेखावत के कहने पर ही सुंदरलाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। शेखावत ने ही काका सुंदरलाल को 1998 में पहली बार मंत्री बनाया। उन्हें ऊर्जा और मोटर गैराज राज्य मंत्री का पद दिया गया था।