क्या राजस्थान के कुछ नए जिले होंगे रद्द? आज तस्वीर हो जाएगी साफ
जयपुर। राजस्थान में गहलोत राज में बनाए गए नए जिलों पर लगातार सियासत गर्म है। लेकिन, अब जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन-कौनसे नए जिले रद्द होंगे और कौन-कौनसे रहेंगे। दरअसल, कैबिनेट सब कमेटी की मीटिंग 2 सितंबर को होने जा रही है। जिसमें गहलोत राज में बनाए गए नए जिलों पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश नए जिले और नए संभागों की समीक्षा के लिए पूर्व आईएएस ललित के पंवार की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने शुक्रवार को प्रमुख राजस्व सचिव दिनेश कुमार को रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट पर डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा की अध्यक्षता में बनी कैबिनेट सब कमेटी में चर्चा की जाएगी। बैठक 2 सितम्बर को 3 बजे होने वाली है। संभावना है कि भजनलाल सरकार कुछ छोटे जिलों को अन्य जिलों मर्जर कर सकती है। साथ ही जयपुर-जोधपुर के विभाजन को भी रद्द कर सकती है। पंवार कमेटी ने नए जिलों व संभागों के क्षेत्राधिकार, संचालन, प्रशासनिक आवश्यकता एवं वित्तीय संसाधनों से जुड़े पहलुओं पर विचार किया है। कुछ नए जिलों का आकार छोटा है। ऐसे में नजदीकी जिले के अन्य हिस्सों को जोड़कर मर्जर किया जा सकता है। छोटे जिलों में दूदू, खैरथल तिजारा, केकड़ी, सलूम्बर, सांचौर और शाहपुरा का नाम शामिल है। इसके अलावा डीग, गंगापुर सिटी, कोटपूतली-बहरोड़, नीमकाथाना, अनूपगढ़ और फलोदी को लेकर भी निर्णय लिया जा सकता है। वहीं, जयपुर और जोधपुर के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को अलग-अलग जिलों में बांटने पर भी विवाद है। जिस पर भी बड़ा फैसला लिया जा सकता है।