राजस्थान। कोटपुतली, बोरवेल में 3 साल की मासूम बच्ची के गिरने की खबर सामने आई है। बोरवेल से चेतना को निकालने के लिए देसी जुगाड़ से रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम का जॉइंट ऑपरेशन जारी है। हर मुमकिन कोशिश की जा रही है कि चेतना सही सलामत बाहर आ जाए।
राजस्थान के कोटपुतली में तीन साल की चेतना 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई है। कड़ी मशक्कत करके 19 घंटे बाद भी उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है। उसने 19 घंटे से कुछ खाया भी नहीं है। कैमरे में चेतना का मूवमेंट देखा जा रहा है। बोरवेल में डाले गए कैमरे में दिक्कत आने से रेस्क्यू में भी बाधा आ रही है। बोरवेल में मिट्टी गिली होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी सावधानी बरतनी पड़ रही है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम का कहना है कि जल्द ही रेस्क्यू पूरा हो जाएगा। चेतना के माता-पिता पूरी रात ठंड में बोरवेल के पास आस लगाकर बैठे रहे। वह बस एक ही बात कह रहे हैं, “मेरी बेटी को जल्दी से निकाल लो।” चेतना सोमवार 23 दिसंबर को लगभग 2 बजे बोरवेल में गिर गई थी।
सोमवार रात करीब 1 बजे, रिंग रॉड और अंब्रेला तकनीक की मदद से चेतना को बाहर निकालने का पहला प्रयास फेल हो गया था। NDRF के सीनियर कमांडेंट योगेश मीणा ने बताया कि बोरवेल में बच्ची को निकालने के लिए जो रिंग डाली गई थी, लेकिन वह उसके कपड़ों में उलझ गई। जिस कारण बाहर खींचने में सफलता नहीं मिली थी।
3 साल की चेतना करीब 15, 20 फुट ऊपर आ चुकी है. बीच में CCTV कैमरे मे तकनीकी खराबी आने के बाद रेस्क्यू धीरे हो गया है। पिछले कुछ समय से चेतना के मुवमेंट की भी जानकारी नहीं हो पा रही है। दोनों टीमें उसे बाहर निकालने में जुटी है।