चुनाव में हार के बाद किया मृत पशु उठाना बन्द, ग्रामीणों में रोष


rkhabar rkhabar

मृत पशुओं को नहीं उठाने से बढ़ी परेशानी

महाजन, अरजनसर स्टेशन जैसे बड़े क़स्बे में मृत पशु उठाने की व्यवस्था ठप कर दिए जाने से पूरा क़स्बा विकट परेशानी में है। जबकि इसके लिए ज़िम्मेदार ग्राम पंचायत सहित प्रशासन इस बारे में बेपरवाह बना हुआ है। इस परेशानी को लेकर मंगलवार को प्रबुद्ध लोगों की बैठक भी आयोजित की गई।
जानकारी के अनुसार हाल ही सरपंच चुनाव में हुई पराजय से आक्रोशित होकर कुछ दिन पूर्व तक पशु उठा रहे परंपरागत व्यक्ति ने अब स्पष्ट तौर पर जवाब दे दिया है। जिससे विकट हालात पैदा हो गए है। पूर्व उपप्रधान शिवरतन शर्मा ने बताया कि क़स्बे के प्रमुख लोगों ने इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को आम सभा बुलाई तथा इस बदहाली को लेकर आक्रोश जताया। बैठक में अशोक लाटा व कुम्भाराम मोट ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से मरी हुई गायों को नहीं उठाने से परेशानी खड़ी हो गई है। पूर्व उप प्रधान शर्मा ने इस समस्या की सूचना विकास अधिकारी भोमसिंह इंदा को देते हुए समाधान निकालने की मांग रखी। तथा बताया कि पंचायत समिति की ओर से नियुक्त हड्डी ठेकेदार की ज़िम्मेदारी मृत पशु उठाने की है लेकिन आज तक परम्परागत कार्य करने वालों के भरोसे रहकर ठेकेदार ने कोई स्थाई कार्मिक नहीं लगाया है। चमड़ी का ठेका ग्राम पंचायत द्वारा किया जाता है लेकिन इस मामले में पंचायत भी दूर खड़े होकर तमाशा देख रही है। प्रशासन तक बात पहुंचाने व स्थाई व्यक्ति की ज़िम्मेदारी तय करवाने के लिए क़स्बे के प्रमुख लोग मूलसिंह पुरोहित, जगदीश ओझा, दुलाराम जसु, दुरंगाराम, रावताराम, पतराम गोदारा, आशाराम खांतरिया, लाधुराम थालोड, सुरजाराम स्वामी सहित वार्ड पंच सुखदेव, पूर्णाराम, जीवराज सिंह, हज़ारीराम आदि एकत्रित हुए तथा दर्जनों ग्रामीणों के साथ विचार विमर्श किया।
सभी ने मामले को जिला प्रशासन सहित सम्बन्धित अधिकारियों तक ले जाने व समाधान नहीं होने पर आंदोलन की राह पकड़ने की सहमति जताई।