पुलिस ने कहा है कि शाहरुख नाम के युवक ने नार्थ-ईस्ट दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन के दौरान फायरिंग की थी। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया है, इसी बिच हिंसक प्रदर्शन का गवाह बना।
रविवार से ही सीएए के खिलाफ और सीएए के समर्थन में दो गुटों का प्रदर्शन चल रहा है लेकिन सोमवार को अचानक शाहरुख ने बंदूक निकालकर 8 राउंड फायरिंग कर दी।
सोमवार को लगातार दूसरे प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया जिसमें दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई और एक पुलिस उपायुक्त घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने जमकर आगजनी की। घरों, दुकानों और वाहनों में आग लगा दी। सीएए समर्थकों व विरोधियों के बीच चांदबाग और भजनपुरा इलाकों में भी झड़पें हुईं।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग और भजनपुरा समेत कई जगहों पर हिंसा हुई, जिसमें एक पुलिस कॉन्स्टेबल समेत 5 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 40 पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में शाहदरा के पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा भी शामिल हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है। इसके तहत चार या ज्यादा लोगों के एक जगह जमा होने पर रोक है। पुलिस ने बताया, ‘उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाकों में, खासकर मौजपुर, कर्दमपुरी, चांद बाग और दयालपुर में हिंसा और आगजनी की कुछ घटनाएं हुई हैं।
अधिकारियों के अनुसार आग बुझाने पहुंचे एक दमकल वाहन को भी प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने इलाके में निषेधाज्ञा लगा दी है। दिल्ली मेट्रो ने जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए। जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं। उल्लेखनीय है कि सीएए के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी। दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं।