खाजूवाला, घर-घर औषधिय वितरण के तहत वन विभाग द्वारा एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन

डीएफओ सहित वन विभाग के अनेक अधिकारी रहे मौजूद

खाजूवाला, क्षेत्रीय वन अधिकारी रेंज बेरियांवाली खाजूवाला में शनिवार को वन-विभाग द्वारा घर-घर औषधी योजना प्रचार-प्रसार हेतु एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डीएफओ सुरेश आबुसरिया, वृताधिकारी पुलिस अंजुम कायल, डॉ संजू आर्युवेद चिकित्सक छतरगढ़, एसीएफ छतरगढ़ मदन सिंह चारण व थानाधिकारी अरविन्द सिंह शेखावत सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन धीरेन्द्र मिश्रा ने किया।क्षेत्रीय रेंज अधिकारी मोहनलाल मीणा ने बताया कि उपवन संरक्षक इगानप स्टेज प्रथम छतरगढ़ के नेतृत्व में बेरियांवाली रेंज में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें अधिकारियों ने औषधी युक्त से मनुष्य जीवन को फायदों के बारे में जानकारी दी।

वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा घर-घर औषधी वितरण के बारे में जानकारियां दी गई। छतरगढ़ आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. संजू के द्वारा सभी प्रकार की औषधियों के बारे में व उनके गुणों के बारे में बताया गया। वृताधिकारी अंजूम कायल ने जानकारी देते हुए कहा कि सरकार की योजना के तहत वन विभाग द्वारा इन औषधी पौधों को घर-घर पहुंचाया जा रहा है। ताकि इम्युनिटी बढ़ाने में यह पौधे अति महत्वपूर्ण कारगर सिद्ध हो रहे हैं।

छतरगढ़ डीएफओ सुरेश आबूसरिया ने कहा कि सरकार के द्वारा घर-घर औषधि वितरण की योजना कारगर सिद्ध हुई है। जिसमें जनप्रतिनिधि, सरपंच व आमजन तथा मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आबुसरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 साल में 4 लाख 64 हजार 248 पौधे 58 हजार 031 परिवारों में घर-घर वितरित किए गए हैं। घर-घर औषधि वितरण के तहत प्रत्येक परिवार को दो-दो पौधे वितरण किए गए हैं।

इस मौके पर सहायक वन संरक्षक मदन सिंह चारण, कनिष्ठ सहायक देवेंद्र सिंह, थानाधिकारी अरविंद शेखावत, छतरगढ़ डिविजन के सभी अधिकारी, बेंरियावाली क्षेत्रीय वन अधिकारी मोहनलाल मीणा, दंतोर रेंज अधिकारी सुरेंद्र पाल मीणा, सरपंच एसोसिएशन अध्यक्ष खलील खाँ पडि़हार, सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश मेघवाल, सरपंच प्रतिनिधि शौकत अली, सरपंच प्रतिनिधि जीयाराम पूनियां, सीसीबी चेयरमैन भागीरथ ज्याणी, पदमाराम चौहान, रामकुमार तेतरवाल, अनिल बिश्नोई, प्रवीण बिश्नोई, सुबोध, रोहिताश मीणा, रायमल सिंह, विनोद कुमार, अनेक जनप्रतिनिधि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, वन समिति अध्यक्ष व गांव के नागरिक मौजूद रहे।