जयपुर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुए सर्वदलीय संवाद में डूंगरगढ़ से माकपा विधायक गिरधारीलाल महिया ने अनोखा सुझाव दिया। गिरधारीलाल महिया ने गहलोत से कहा, ‘आपने शराब की दुकानें तो खोल दीं, लेकिन गरीब-मजदूर बीड़ी पीता है, उसकी तो छूट दीजिए। मैं बीड़ी नहीं पीता, लेकिन बहुत से लोग बीड़ी पीते हैं, लॉकडाउन के कारण बीड़ी की भारी कालाबाजारी हो रही है। इसमें गरीब पिस रहा है’ माकपा विधायक महिया के इस सुझाव पर सीएम अशोक गहलोत सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद विधायकों की हंसी छूट गई।
बीड़ी का कॉमनमेन कनेक्शन
बीड़ी पीने वालों की संख्या चुनावी नतीजे प्रभावित करने वाली है। माकपा विधायक गिरधारीलाल का विधानसभा क्षेत्र डूंगरगढ़ का ज्यादातर हिस्सा ग्रामीण है। ग्रामीण इलाकों में तंबाकू का प्रचलन खूब है, तंबाकू कैंसर का बड़ा कारण है लेकिन बीड़ी, जर्दा जैसे तंबाकू उतपादों का सेवन खूब होता है। बीड़ी कॉमन मैन पीता है और उनकी तादाद खूब है, इतनी कि चुनावी जीत हार को तय करती है।
लॉकडाउन में सरकार ने तंबाकू, जर्दा, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट पर रोक लगा रखी है। ग्रामीण इलाकों में बीडी के पांच गुना तक दाम वसूलने की सूचनाएं हैं। यही वजह है कि माकपा विधायक ने सीएम की वीसी में बीड़ी की कालाबाजारी का मुद्दा उठाया।