पाली जिले में हुई खाद्य पदार्थो में मिलावट करने वालो पर बड़ी कार्यवाही, पढ़े पूरी खबर


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R.खबर ब्यूरो। राजस्थान सरकार के “शुद्ध आहार – मिलावट पर वार” अभियान के तहत पाली जिले में हुई बड़ी कार्रवाई । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से लिए गए खाद्य पदार्थ नमूनों में घी और मूंगफली के तेल की गुणवत्ता खराब पाई गई। 

सरकार मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रही है। पाली जिले में चल रहे शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान का असर दिखना शुरू हो गया है। मिलावट पर पाली चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत की जा रही कार्रवाई पर न्यायालय ने चार मामलों में बड़ा जुर्माना लगाया है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी, ताकि लोगो को शुद्ध एवं बिना मिलावट वाला खाद्य पदार्थ मिल सके।

खुदरा व थोक विक्रेता दोनों पर लगाया जुर्माना:-

सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल ने बताया कि न्याय निर्णयन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट डॉ. बजरग सिंह की अदालत ने खाद्य पदार्थों के नमूने फेल होने पर विक्रेता व थोक विक्रेता पर जुर्माना लगाया है। न्यायालय ने घी के खुदरा व थोक विक्रेता पर सात लाख रुपये और तेल पर एक लाख अस्सी हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। 

सबसे ज्यादा मिलावट घी में:-

उन्होंने बताया कि विभागीय टीम ने मैसर्स बादरमल नथमल देवजी का बेरा सोजत रोड पर कार्रवाई करते हुए घी ब्रान्ड विशवा व मूगफली का तेल ब्रान्ड पावन एवं मैसर्स रिलायस स्मार्ट पोईन्ट सुभाष नगर से घी कृष्णा का नमूना लिया। जांच में घी ब्रान्ड विशवा सबस्टेंर्ड व घी ब्रान्ड कृष्णा का मिथ्याछाप पाया गया। 

इन पर लगाया था जुर्माना:-

इस पर विभाग की ओर से न्यायालय में होल सेलर फर्म बादरमल नथमल पर छह लाख अस्सी हजार रुपये और रिलांयस स्मार्ट प्वाइंट सुभाष नगर पर दो लाख रुपये का जुर्माना किया तथा निर्णयन अधिकारी ने इस प्रकरण की सुनवाई करते हुए आठ लाख रुपए अस्सी हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इधर, सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल ने बताया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान निरंतर जारी है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।