खाजूवाला की बेटी का सीआरपीएफ में हुआ चयन, गांव पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत
खाजूवाला के चक 2 केएलडी की पहली बेटी जिसका सेना में हुआ चयन
खाजूवाला, ऐसी कोई मंजिल नहीं, जहां पहुंचने का कोई रास्ता ना हो यह वाक्स खाजूवाला क्षेत्र की एक बेटी किरण ने चिरतार्थ किया है। खाजूवाला तहसील के भारत-पाक बॉर्डर पर स्थित ग्राम पंचायत 2 केएलडी के चक 3 केएलडी की ढाणी में रहने वाली ऐसी बेटी किरण चौधरी का सीआईएसएफ में चयन होने के गाँव पहुंचने पर ग्राम वासियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
आज भी बॉर्डर के नजदीक स्थित दुर्गम क्षेत्र जहां पानी, बिजली से लेकर समुचित शिक्षा का भी अभाव है वहां एक लडक़ी जिसने अपनी मेहनत और परिवार के संबल से ग्राम पंचायत 2 केएलडी की प्रथम महिला जिसका सीआईएसफ में चयन हुआ। वह एक सैनिक के रूप में देश सेवा कर रही है। 18 अक्टूबर को जब यह गांव की बेटी किरण चौधरी सीआईएसएफ का प्राथमिक प्रशिक्षण पूर्ण कर एक सैनिक वर्दी में अपने गांव पहुंची तो पूरा गांव, चक-ढ़ाणियों सहित सभी ग्राम वासियों हजारों की हुजूम ने अपनी इस जांबाज बिटिया को माला और साफा पहनाकर स्वागत किया।
गांव के ही समाजसेवी कमलेश गिला ने बताया कि ग्राम पंचायत 2 केएलडी में ये पहली बिटिया है जिनका सीआईएसएफ में कोंस्टेंबल के पद पर चयन हुआ है। इसकी प्रारंभिक शिक्षा ग्राम पंचायत 2 केएलडी के जय मां करणी शिक्षण संस्थान 5 डीडब्ल्यूडी में हुई। भारत-पाक बॉर्डर के नजदीक रहते हुए यह बच्ची रोजाना बीएसएफ के जवानों को देखती तो यह बचपन से ही सेना में जाकर देश सेवा करना चाहती थी, क्योंकि सीमा क्षेत्र पर बसने के कारण इसने बीएसएफ के जवानों को बहुत नजदीक से देखा और समझा। इन सैनिकों की देश सेवा देखकर इसके मन में भी देश सेवा का जज्बा पैदा हुआ।
सीआईएसएफ में चयनित किरण चौधरी ने बताया कि उसके दादा रावताराम मक्कड़ उसके पथ प्रदर्शक रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि सीमा पर बसने वाले युवाओं को विशेष तौर से लड़कियों को सेना में जाकर देश सेवा करनी चाहिए।
इस सम्मान कार्यक्रम में भोजराज ऐचरा, ओम कस्वां, कृष्ण दुसाद, संतोष बिश्नोई अध्यापक, मदन गोदारा, रोहिताश गजरोईया, कर्म सिंह बावरी, राजू सुथार, प्रेम खोथ, नारायण राम मेघवाल, भागी खिचड़, ज्ञानप्रकाश बरड, राजू बरोड़, जगदीश बिजारणियां, रूपाराम पचार ग्रामवासी उपस्थित रहे।