खाजूवाला: अधिकारियों के साथ किसान पहुंचे हरिके बैराज
खाजूवाला। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रथम चरण में सिंचाई पानी के लिए खाजूवाला, रावला, घड़साना, अनूपगढ़, पूगल आदि में किसानों का संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में आंदोलन चल रहा है। वहीं सरकार ने किसान आंदोलन के मामले पर गंभीरता दिखाते हुए सिंचाई विभाग अधिकारियों व प्रशासन के साथ किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल धरातल की स्थिति जानने के लिए पंजाब के हरिके बैराज भेजा। क्षेत्र के अलग-अलग किसान प्रतिनिधियों का दल शुक्रवार को हनुमानगढ़ मुख्य अभियंता कार्यालय से शुक्रवार सुबह रवाना हुआ तथा नहरों का जायजा लेते हुए सिंचाई पानी की पुख्ता रिपोर्ट भी ली। इसी प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट के बाद ही सिंचाई पानी का फार्मूला तय होगा। मुख्य सचिव सुधांश पंत की ओर से उच्च स्तरीय बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल रवाना किया गया। चीफ इंजीनियर प्रदीप रस्तोगी, अधीक्षण अभियंता मनोज कुमार, पदमपुर एसडीएम अजीत गोदारा, श्रीगंगानगर सीओ रमेश माचरा, अधिशासी अभियंता निरंजन लाल मीणा, सुरेश सुथार, नीतीश नागर भी प्रतिनिधिमंडल में किसानों के साथ पहुंचे। प्रतिनिधिमंडल ने फरीदकोट के नजदीक राजस्थान कैनाल की 188 आरडी पर पानी का जायजा लिया, जो कुछ जगह पर डैमेज है। राजस्थान कैनाल की 133 आरडी से 188 तक निर्माण कार्य होना बाकी है। साथ लगती पंजाब सरहिंद फीडर 133 पर निर्माण कार्य चल रहा है।सरहिंद फीडर क्लोजर के दौरान 28 फरवरी तक 119 से 154 आरडी तक का पूरा निर्माण कार्य किया जाएगा। फिरोजपुर अधिशासी अभियंता रमनदीप ने कहा कि पेयजल के अलावा और सिंचाई पानी छोड़ने पर सरहिंद फीडर में लीकेज होता है, जिससे निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है।