श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर में चल रही जाम्भाणी हरि कथा का हुआ समापन, समाज के खुले अधिवेशन में वक्ताओं ने रखें अपने विचार

समाज की प्रतिभाओं का किया सम्मान


खाजूवाला, श्री गुरू जम्भेश्वर मन्दिर में चल रही जाम्भाणी हरिकथा के समापन पर 120 शब्दों के साथ विशाल यज्ञ का आयोजन हुआ। जिसके हजारों श्रद्धालुओं ने आहुति देकर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। वही शुक्रवार को समाज का खुला अधिवेशन भी हुआ। कार्यक्रम में समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों व सरकारी सेवा में चयन होने पर प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेन्द्र बुडिया ने कहा कि समाज के विकास के लिये शिक्षा जरूरी हैं, समाज शिक्षित होगा तब ही विकास होगा। जो बच्चा पड़ने में होशियार हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है ऐसे बच्चों की पहचान कर समाज उसकी मदद कर बच्चे की पढ़ाई का खर्चा समाज वहन करें।

नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने कहा कि हमें पर्यावरण के प्रति सचेत होना चाहिए श्री गुरू जम्भेश्वर भगवान ने पर्यावरण के प्रति जो सन्देश आज से साढ़े पाँच सौ साल पहले जो बाते बताई थी। वो बाते आज वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सही साबित हो रही हैं। इसलिए हमें पेड़ पौधों व वन्यजीवों की रक्षा करनी चाहिए।

आईपीएस देवेन्द्र भादू ने कहा कि बच्चों के शिक्षित व संस्कारवान बनाने में सबसे बड़ी जिम्मेदारी माता पिता की हैं। वही समाज को एकजुट होकर इस विषय पर सोचने की आवश्यकता है। आईपीएस देवेंद्र ने कहा कि एक भ्रष्टाचार रूपी वायरस भी हम सबके बीच है। जिसे दूर करना है। अगर किसी व्यक्ति के साथ भ्रष्टाचार होता है तो वह हमसे संपर्क सकता है। अगर किसी व्यक्ति के मन में यह बात आती है कि भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उनके काम अवरुद्ध हो जाएंगे, ऐसा नही है, सरकार के आदेश है कि परिवादी के कार्य हो। वही भ्रष्टाचार रोकने के लिए हम सब को एक साथ मिलकर आगे आना चाहिए।

आईपीएस प्रेमसुख डेलु ने कहा कि शिक्षा शेरनी का दूध हैं जो पियेगा वह दहाड़ेगा। शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी जरूरी हैं इसलिए बच्चों को संस्कारवान बनाये।

परिवहन विभाग में कार्यरत सुप्रिया बिश्नोई ने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बालिकाओं को भी शिक्षित करें। उन्होंने कहा कि हमें सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी रखनी चाहिए।नियमों का पालन करना चाहिए।

बज्जू प्रधान प्रतिनिधि भगीरथ तेत्तरवाल ने कहा कि हमें गोवंश की सेवा करनी चाहिए, गाय के अन्दर 33 करोड़ देवी देवताओं का वास हैं। गाय का घी दुध दही आदि के लिये लाभदायक हैं।

जीवरक्षा अध्यक्ष महेन्द्र तरड़ ने कहा कि क्षेत्र की खुशहाली के लिये सिंचाई पानी आवश्यक हैं। यह क्षेत्र सिंचाई पानी पर आधारित हैं। सिंचाई पानी भरपूर मिलेगा तो क्षेत्र में हरियाली होगी जिसमें पशु पक्षियों सबका भला होगा।

स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने कहा कि जाम्भाणी हरिकथा में हमने जो सुना उसको अपने जीवन में धारण करना है। हम श्री गुरू जम्भेश्वर भगवान के बताये मार्ग पर चलते हैं तो हमारा जीवन सार्थक हैं। हमें नशे से दूर रहना चाहिए। कार्यक्रम में समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।

इस दौरान अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के सदस्य रामधन बिश्नोई, पूर्व क्षेत्रीय वन अधिकारी हनुमान गोदारा, पूर्व अध्यक्ष लुम्बाराम खीचड़, श्री गुरू जम्भेश्वर चेरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक दलीप बोला, सरपंच प्रतिनिधि सुरेन्द्र सिंवर, रामकिशन डेलु, रामनिवास टाडा, बुधराम पूनियां, कृष्णलाल गिला, शिवदत्त सीगड़, रामस्वरूप पंवार, रायसाहब डेलु, मनीराम सिंवर आदि उपस्थित रहे। श्री गुरू जम्भेश्वर चेरिटेबल टेबल ट्रस्ट अध्यक्ष प्रशांत बिश्नोई, सचिव सुनील सियाग, कोषाध्यक्ष महावीर देहडू द्वारा आये हुए अतिथियों का समाज की तरफ से आभार जताया गया। इस दौरान अखिल भारतीय जम्भेश्वर सेवक दल द्वारा सेवाएं दी गई।