खाजूवाला, खाजूवाला विधान सभा क्षेत्र के छतरगढ़ थाने में दर्ज तीन तलाक का मामला व खाजूवाला थाने में दर्ज महिला के साथ मारपीट के मामले में महिला को न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। पीडि़त महिला के पति ने भारी पंचायत में तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलकर तलाक दे दिया। जिसपर महिला ने छतरगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज करवा कर कार्यवाही की मांग की। पीडि़त महिला को दोनों थानों से न्याय नहीं मिलने के कारण शुक्रवार को हताश होकर पुलिस अधीक्षक बीकानेर को पत्र लिखकर अन्तिम गुहार लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है। महिला ने पत्र में लिखा कि मैं मानसिक दु:खी हूँ मैडम, लगता है कि औरत होना मेरे लिए अभिशाप सा हो गया है। न्याय नहीं मिल रहा है मैडम, इससे अच्छा है कि मौत को गले लगा लें।
पीडि़त महिला ने बताया कि उसका निकाह मोतीगढ़ थाना छतरगढ़ निवासी शौकत के साथ हुआ। फरवरी 2021 में पति पक्ष द्वारा पीडि़ता के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। जिसपर पंचायती हुई। इस पंचायती में पति शौकत ने तीन बार तलाक बोलकर तलाक दे दिया। जिसके बाद छतरगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया गया। मामला दर्ज होने के बाद पीडि़ता अपने माँ के घर 9 केजेडी खाजूवाला आकर रहने लगी। वहीं पति पक्ष की ओर से बार-बार मुकदमा वापस लेने का दबाव आया। मामला वापस नहीं लेने पर पीडि़ता की माँ के घर 9 केजेडी सादक खां व ईस्माईल खां आए और पीडि़ता के साथ मारपीट की और कपड़े फाडऩे का प्रयास किया तथा बेईज्जती की। जिसपर खाजूवाला थाने में मामला दर्ज करवाया गया। यह मामला मार्च 2021 में दर्ज करवाया गया था। दोनों मामलों को छ: माह का समय बीत चुका है लेकिन न तो छतरगढ़ थाने से न्याय मिला और न ही खाजूवाला थाने से न्याय मिला। इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक बीकानेर को शुक्रवार को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की मांग की गई है। पीडि़ता ने पत्र में आरोप लगाया कि पति पक्ष जिन्होंने राजनीतिक संरक्षण ले रखा है। जिसके कारण पुलिस भी आरोपियों पर कार्यवाही नहीं कर रही है।