खाजूवाला, खाजूवाला के चक 6 एसजेएम में आराजीराज भूमि पर अवैध खनन की शिकायत मिलने पर गुरुवार को उपखण्ड अधिकारी संदीप काकड़ व राजस्व तहसीलदार विनोद कुमार गोदारा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। यहां माफियाओं द्वारा सरकारी जमीन में किए गए अवैध खनन को देखा वहीं सरकारी भूमि पर हुए अवैध निर्माण को भी देखा। इस मौके पर लूणखां ग्राम पंचायत के सरपंच माधोसिंह भाटी ग्रामीणों के साथ उपस्थित रहे। यहां ग्रामीणों ने राजस्व तहसीलदार व उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अवैध खनन को रोकने की मांग की।
खजूवाला के चक 6 एसजेएम में पिछले कुछ वर्षों में सरकारी जमीन पर हो रहे अवैध खनन की शिकायत अधिकारियों को मिली। यहां एक लीज धारक कार्य कर रहे है। जिसपर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लीज मालिक लीज की आड़ में सरकारी भूमि में से अवैध खनन कर जिप्सम निकाल रहा है। इसी के साथ ही सरकारी भूमि में अवैध रूप से कमरे का निर्माण भी करवाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि अराजीराज भूमि में अवैध रूप से जिप्सम खनन लीज धारक द्वारा किया जा रहा है। जबकि वहां कोई भी पीलर व नाम पट्टीका दर्ज नहीं है और न ही राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है। लीज धारक इसकी आड़ में चारों तरफ अवैध खनन कर अराजीराज भूमि में से जिप्सम निकाल रहा है। यहां से 2017 से आज तक लगभग 50 हजार टन का जिप्सम खनन किया जा चुका है।
गुरुवार को उपखण्ड अधिकारी व राजस्व तहसीलदार ने मौका मुआयना कर खनन विभाग को सूचना देकर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
उपखण्ड अधिकारी संदीप काकड़ ने बताया कि चक 6 एसजेएम में वन-विभाग व अराजीराज भूमि पर अवैध खनन हुआ है। यहां गुरुवार को वन-विभाग के अधिकारी, पटवारी के साथ पहुंचे मौका देखा। यहां लीज भी है कुछ रकबा राज में अवैध खनन हुआ है यहां खनन कुछ नया हुआ है वहीं कुछ अवैध खनन पुराना भी है। मौके पर कुछ नहीं मिला। लीज में भी कोई नहीं था। वन-विभाग व अराजीराज भूमि में अवैध जिप्सम खनन होना अपराध की श्रेणी में आता है। जिसमें सरकार को राजस्व को भी हानी हुई है। यह भूमि विशेष आवंटन के लिए आरक्षित है इसमें किसानों का भी अहित हुआ है। इसमें टीम बनाकर जाँच की जाएगी। यहां दो पक्षों की ओर से शिकायत मिल रही है। यहां खनि विभाग को आदेशित कर जाँच करवाई जाएगी।