हेरोईन तस्करी मामला: तस्करों ने की थी कई माह तक क्षेत्र की रेकी, मुख्य तस्कर अभी भी एनसीबी की गिरफ्त में नहीं

बीकानेर, हेरोईन तस्करों ने पंजाब के बाद अब राजस्थान की सीमाओं से तस्करी का नया रूट तैयार किया था। भारत-पाक अन्र्तराष्ट्रीय बॉर्डर से सटे खाजूवाला के सीमा चौकी बंदली से 2 जून को 56.630 किलोग्राम हेरोईन का कंसाईन्मेंट भी भारत में पहुंच चुका था लेकिन बीएसएफ के जवान द्वारा तुरन्त गोलियां चलाने से तस्करों के मनसुबे विफल हो गए। गोलियां चलने के बाद दोनों तरफ के तस्कर 56.630 किलोग्राम हेरोईन को छोड़कर भाग गए।
भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर राजस्थान को अपना तस्करी का अड्डा बनाने के लिए पिछले 4 महीनों से रेकी की। तस्करों ने 4 महीने में अनूपगढ़ से खाजूवाला तक रेकी कर सेफ साइड तय भी कर ली थी, लेकिन बीएसएफ की सजगता के कारण तस्करों के मंसूबों पर पानी फिर गया। बता दें कि बीएसएफ ने पाकिस्तान से आई 300 करोड़ की हेरोइन को पकड़कर इन तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। कंसाईनमेंट पकड़े जाने के बाद जाँच एजेन्सी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जांच इसकी बारीकी से जाँच कर रही है। अब तक जांच कर रही एनसीबी का दल ने अब तक पाँच लोगों को गिरफ्तार किया है। एनसीबी द्वारा अब पंजाब की जेल में बंद तस्करी के मास्टरमाइंड से पूछताछ की जाएगी। हेरोइन तस्करी के मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। एनसीबी की अब तक की छानबीन से पता चलता है कि रावला में 10 केएनडी निवासी सुखप्रीत, राजेंद्र और बरूवाला निवासी सुनील पंजाब की जेल में बंद तस्करों के मास्टरमाइंड बलदेव और जोगेंद्र के रिश्तेदार हैं। जेल में दोनों तस्कर उनके संपर्क में थे। रेकी के लिए तीनों को करीब दो-दो लाख रुपए देना भी तय हुआ था। यह रकम हवाला के जरिए इन बैंक खातों में जमा होनी थी। इस प्रकार बंदरी पोस्ट पर हेरोइन के कंसाईनमेंट लेने पहुंचे हरमेश और रूपा को 10-10 हजार रुपए देना तय हुआ था।
गौरतलब है कि बीएसएफ की 127 वी वाहिनी की बंदरी पोस्ट पर 2 जून की रात्रि को 2.30 बजे पाकिस्तान से आए तस्करों ने 56.630 किलोग्राम हेरोइन भारतीय सीमा में सप्लाई की थी। हरमेश और रूपा यह कंसाईनमेंट लेने तारबन्दी के पास भी आ गए थे। बीएसएफ के जवान बीरबलराम ने गोली चलाई तो दोनों तरफ से तस्कर भाग गए। वहीं खाजूवाला पुलिस व ग्रामीणों की सजगता के कारण रूपा और हरमेश को अगले दिन रात को पकड़े गए।
मुख्य तस्कर अभी भी फरार
पंजाब के शातिर तस्कर काला सिंह और बॉस अब तक एनसीबी के हाथ नहीं लगे हैं। उनके पकड़े जाने के बाद हेरोइन तस्करी को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां एनसीबी को मिलने की उम्मीद है। एनसीपी और बीएसएफ की टीमें पंजाब में इन दोनों की तलाश में जुटी हुई है।