श्रीगणेश पुराण कथा में मनाया गया श्रीगणेश का जन्मोत्सव

खाजूवाला, खाजूवाला के श्री गणेश मंदिर में चल रही श्रीगणेश पुराण कथा के पंचम दिवस पर आचार्य गोपालशरण महाराज ने कहा कि व्यक्ति में यदि एक अच्छाई हो तो उसके कई पाप ढक जाते हैं और अगर एक भी बुराई अगर आ जाये किसी में तो सारे सत्कर्मों का फल धुल जाता है। राजा बलि राक्षस होकर भी अपने दान करने की अच्छाई को नियम को निभाकर भगवान के प्रेमी भक्त हो गए और सारे संसार मे पूजनीय हो गए और दूसरी ओर धर्मराज के पाप से पैदा होकर उनका अंश साक्षात अनलासुर दुष्ट बन जाता है।
महाराज ने गणेश भगवान की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान दुष्टों के भार से पृथ्वी को उबारने और अपने भक्तों को आनन्द देने अवतार लेकर आते हैं।
बुधवार की कथा में माता अदिति और कश्यप जी के घर मे भगवान गणेश महोत्कट विनायक के रूप में जन्म लिया और गणेश जी का जन्मोत्सव मनाया गया।