खाजूवाला, कोरोना वायरस के बड़ते प्रभाव की वजह से सभी लोगों को साफ-सफाई व सतर्कता बरतने की अति आवश्यकता है। सरकार ने बायोमेट्रिक मशीन का उपयोग बंद कर दिया है। सरकार कोरोना के बचाव को लेकर धारा 144 के आदेश दे रही है। वही खाजूवाला में आधार से लिंक के लिए सेकड़ो किसान एक साथ खड़े है। इस संदर्भ में किसानो ने ऑनलाईन फसल टोकन पर बायोमेट्रीक की सुविधा शुरू करवाने की मांग मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन खाजूवाला तहसीलदार विनोद कुमार गोदारा को सौंपकर की है।
जगविन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोना से बचाव को लेकर प्रदेश की सरकार ने बॉयोमेट्रिक मशीनों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा के साथ ही समर्थन मूल्य पर फसल बेचने आये किसानों को परेशानी का सामान करना पड़ रहा। प्रदेश की गहलोत सरकार कोरोना जैसी महामारी को रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास करते हुवे बॉयोमेट्रिक मशीन पर रोक लगा दी है तो वही प्रदेश के किसानों के लिए ये आदेश परेशानी का सबब बनती जा रही है। सरकार ने समर्थन मूल्य की खरीद के लिए ओटीपी का प्रावधान रखा है। लेकिन आधे से अधिक की किसानों के मोबाइल नंबर आधार से लिंक नही है और अगर आधार से लिंक है तो बैंक से लिंक है। जिसके कारण किसानों को फसल बेचने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। आधार से बैंक में मोबाइल लिंक कराने के लिए किसानों को मारामारा फिर रहा है। कस्बे में लिंक को जोडऩे के लिए एकमात्र केंद्र बैंक में स्थापित किया हुवा है। जिस पर किसानों की लंबी लाइन लगी है। एक तरफ सरकार कोरोना के बचाव को लेकर धारा 144 के आदेश दे रही है वही आधार से लिंक के लिए सेकड़ो किसान एक साथ खड़े है। किसानों का कहना है कि आधार से अधिकतर किसान लिंक नही है सरकार आधार के बजाय भामाशाह कार्ड से रजिस्ट्रेशन करे। भामाशाह में अधिकतर किसानों से मोबाइल लिंक है। साथ ही साइट पर लोड बढऩे से एक एक घंटे तक नही हो रहे रजिस्ट्रेशन के समाधान के बारे सोचना चाहिए।
वर्जन
उपखंड अधिकारी ने विषय को लेकर कहा कि आधार कार्ड को मोबाइल से लिंक करने के लिए अभी एक ही मशीन है। हम चार ओर मशीनों की व्यवस्था कर रहे है जिससे किसानों को सुविधा मिले साथ ही उच्च अधिकारियों के इसके बारे में अवगत करवा दिया गया है।
संदीप काकड़
उपखण्ड अधिकारी, खाजूवाला