नहर में वरीयता क्रम के चलते सिंचाई विभाग ने बंद करवाया पानी, अंतिम छोर पर पानी नहीं पहुंचने पर किसानों ने किया प्रदर्शन

खाजूवाला, अनूपगढ़ शाखा को वरीयता क्रम के चलते सिंचाई विभाग द्वारा नहर में पानी बंद करने को लेकर किसानों में रोष व्यक्त है। नहर में बंद होने से अंतिम छोर के किसानों की बारियां पीटी है। जिन्हें तत्काल प्रभाव से पूरा करने की मांग उपखंड अधिकारी को भारतीय किसान संघ ने ज्ञापन देकर की है।
जिला मंत्री शिवदत्त सिग्गड़ ने बताया कि अनूपगढ़ शाखा 8 जुलाई को वरीयता क्रम का पानी छोड़ा गया। लेकिन अधिशासी अभियंता खाजूवाला द्वारा बरसात की जानकारी देकर नहर को बंद करवा दिया गया। जबकि अंतिम छोर पर बरसात भी कम हुई है तथा अधिशासी अभियंता नहर में भी पानी कम करवा दिया गया। जिससे किसानों में रोष हैं। किसानों ने कहा कि अंतिम छोर के किसान खुद नहर की देखरेख करते हैं। वही जलियवनस्पति का टेंडर होने के बावजूद भी ठेकेदार द्वारा नहरों से जलियवनस्पति नहीं निकाली जाती है। किसान खुद के लिए निकाल रहे हैं। ठेकेदार व सिंचाई विभाग की मिलीभगत लाखों रुपए हजम करने की है। अनूपगढ़ शाखा कि केवाईडी व केजेडी नहरों की बारियां पीटी है जिनकी भरपाई करवाई जावे व तत्काल प्रभाव से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर की गई है।
इस मौके पर किसान मदनलाल, कुंभाराम, कालूनाथ, हनुमाना राम, हेतराम, ओम प्रकाश, राम सिंह, सोमदत्त व जयचंद सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे।