केंद्र सरकार की बॉर्डर पॉलिसी से चिढ़ा हुआ है चीन : सीमा विवाद पर बोले मंत्री किरेन रिजिजू

मंत्री किरेन रिजिजू

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R.खबर, ब्यूरो। अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh)  और लद्दाख ( Ladakh) को लेकर चीन और भारत के बीच सीमा विवाद रहा है। चीन ने हाल ही में एक बार फिर से अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है। हालांकि  भारत ने चीन के इस कदम को सिरे से खारिज कर दिया है। भारतीय क्षेत्र पर चीन के दावों के बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने मोदी सरकार  का रुख साफ किया है। रिजिजू ने कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार की मजबूत बॉर्डर पॉलिसी (Border Policy) ने चीन को परेशान कर दिया है। इसलिए वह चिढ़कर ऐसे बयान दे रहा है।

चीन ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताकर वहां की 30 जगहों के नाम बदल दिए हैं। चीन की सिविल अफेयर मिनिस्ट्री ने इसे लेकर बयान भी जारी किया। किरेन रिजिजू ने मंगलवार को चीन की इस हरकत पर प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चीन के निराधार दावों से  जमीनी हकीकत नहीं बदलेगी। भारत 1962 के समय वाला देश नहीं है। अब वह अपने क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेगा। हम कोई छोटे और कमज़ोर देश नहीं हैं कि जिसे धमकाया जा सके। 

उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है था और हमेशा रहेगा। अरुणाचल प्रदेश के लोग सभी मानकों और परिभाषाओं के अनुसार सर्वोच्च भारतीय देशभक्त हैं।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में सीमाई क्षेत्र में हो रहे भारतीय विकास से चीन घबरा गया है। कांग्रेस के शासन में बार्डर पर काम नहीं होता था। पीएम मोदी ने आकर कांग्रेस की नीति पलट दी है। अब अरुणाचल  प्रदेश में काम हो रहा है। वहां एयरपोर्ट, बिजली, पीने का पानी, 4 जी नेटवर्क सब पहुंच चुका है। चीन को समझ जाना चाहिए कि यह नया भारत है।

चीन ने बदले इन जगहों के नाम:-

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार चीन ने अरुणाचल के 11 रिहायशी इलाकों, 12 पर्वती इलाकों, 4 नदियों, एक तालाब और एक पहाड़ों से निकलने वाले रास्ते का नाम बदला है। चीन ने इन नामों को चीनी, तिब्बती और रोमन में जारी किया। पिछले 7 सालों में ऐसा चौथी बार हुआ है। जब चीन ने अरुणाचल की जगहों का नाम बदला हो। इससे पहले चीन ने अप्रैल 2023 में अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश की 11 जगहों के नाम बदल दिए थे।

विदेश मंत्रालय ने चीन के कदम को किया सिरे से खारिज:-

भारत ने हर बार चीन की इन हरकतों को दृढ़ता से खारिज किया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश के स्थानों का नाम बदलने की चीन की कोशिशों को खारिज करते हुए कहा कि मनगढ़ंत नाम रखने से यह वास्तविकता बदल नहीं जाएगी कि यह राज्य भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है, रहा है और हमेशा रहेगा।

ये नया भारत है-नहीं करेगा समझौता-मंत्री रिजिजू:-

अर्थ साइंस और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मिनिस्टर किरेन रिजिजू ने कहा कि जो अरुणाचल पश्चिम से सांसद हैं। वो इस लोकसभा चुनाव में फिर से उसी सीट से चुनाव लड़ेंगे। मुझे लगता है कि चीन को अचानक एहसास हुआ है कि भारत में  अब एक ऐसी सरकार है, जो किसी भी चीज पर समझौता नहीं करेगी। खासतौर पर हमारी क्षेत्रीय अखंडता और हमारी सीमा को सुरक्षित करने के प्रयासों के संबंध में हम कोई समझौता किसी भी सूरत में नहीं करेंगे।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चीन के निराधार दावों से जमीनी हकीकत नहीं बदलेगी। भारत 1962 के समय वाला देश नहीं है। अब वह अपने क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेगा। हम कोई छोटे और कमज़ोर देश नहीं हैं, जिसे धमकाया जा सके।