जयपुर, मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं है, लेकिन आमजन को लॉकडाउन की तरह व्यवहार करते हुए पूरी सकर्तता बरतने की जरूरत है तभी कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना, सोशल डिस्टेसिंग एवं मास्क लगाने के बारे में आमजन को जागरूक करने के लिए उन्हें विश्वास में लिया जाए और उन्हें बताया जाए कि कोविड-19 से बचने के लिए उन्हें भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना होगा और अनावश्यक घर से बाहर निकलना कम करना होगा। गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से प्रदेश में कोरोना सक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
इस महामारी का भय खत्म होने से लोगों ने हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना में लापरवाही बरतना शुरू कर दिया है। कोविड-19 के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन को रोकने के लिए संक्रमण से बचाव के उपायों पर अधिक फोकस करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अस्पतालों में सुविधाओं एवं दवाईयों की कोई कमी नहीं आने देगी लेकिन कोरोना के खिलाफ इस जंग में जीत के लिए समाज के प्रतिष्ठित लोगों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, एनजीओ, जनप्रतिनिधियों आदि को आगे आकर आमजन को हेल्थ प्रोटोकॉल का पालना करने के लिए जागरूक करना होगा।
15 सितम्बर को विशेषज्ञ चिकित्सक आमजन से होंगे रूबरू
गहलोत ने कहा कि 15 सितम्बर को प्रातः 11.30 बजे विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आमजन को सोशल मीडिया सहित विभिन्न मीडिया माध्यमों से रूबरू होकर इस महामारी की गंभीरता एवं इससे बचने के उपायों के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों एवं विभिन्न दलों के नेताओं से भी चर्चा कर सभा एवं समारोह के आयोजन नहीं करने तथा भीड़ इकट्ठी नहीं करने के बारे में उनसे अपील की जाएगी।
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अखिल अरोरा ने बताया कि पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने एवं मरीजों को हाई फ्लो ऑक्सीजन उपलब्ध कराने पर फोकस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वीसी के माध्यम से एसएमएस के विशेषज्ञ चिकित्सक कोविड मरीजो के ट्रीटमेन्ट प्रोटोकॉल के बारे में अन्य चिकित्सकों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। निजी चिकित्सालयों द्वारा कोविड मरीजों से इलाज के लिए वसूली जा रही राशि के बारे में पूरी मॉनिटरिंग की जा रही है।