खाजूवाला, सिंचाई पानी की मांग को लेकर खाजूवाला में चक्का जाम रहा। इस दौरान किसानो ने सिंचाई पानी की मांग को उठाते हुए सुबह 10 बजे से सायं 3 बजे तक चक्का जाम रखा और सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश प्रदर्शन किया। नारेबाजी के साथ पूरजोर तरीके से सिंचाई पानी की मांग को उठाया। जब तक सिंचाई पानी नहीं दिया जाता, तब तक किसानों का संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया गया। खाजूवाला में संयुक्त मोर्चा, विपक्षी दलों तथा व्यापारियों ने मिलकर किसानो का समर्थन किया।

अपनी फसलों को बचाने के लिए अन्नदाता सडक़ों पर उतर आया है। शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने खाजूवाला राजीव सर्किल पर चक्काजाम किया। चक्काजाम में अतिआवश्यक सेवाओं को नहीं रोका गया। जाम के कारण अनेक यात्री परेशानी में नजर आए। किसानों ने मांग की है कि खेतों में खड़ी फसलों को बचाने के लिए सरकार दो पानी ओर दे। अन्तिम छोर पर बसे किसान को फसल बोने से लेकर बेचने तक संघर्ष करना पड़ता हैं। इस दौरान किसान नेता कामरेड लक्ष्मण सिंह ने कहा कि सरकार ने किसानों से बिजाई करवा दी अब फसल पकाने के लिए पानी नहीं दे रही हैं। किसानों की फसलें एक दो पानी की कमी के कारण नष्ट हो रही हैं। अगर अब सिंचाई पानी नहीं मिलता हैं। तो किसान बर्बाद हो जाएगा। किसान नेता कमलेश गिला ने कहा कि की किसान अपनी फसल को बच्चों की तरह पालता है। अब अपनी फसल बर्बाद होती देख मजबूरी में प्रदर्शन करना पड़ रहा हैं।

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रामेश्वर गोदारा ने कहा कि सारी अर्थ व्यवस्था खेती पर निर्भर है अगर फसलें चौपट हो गई तो सारी अर्थ व्यवस्था चौपट हो जाएगी। 20 बीडी सरपंच चैतराम भांभू ने कहा कि दो पानी मिलने पर ही किसान की फसल बच सकती हैं अन्यथा किसान की बहुत दयनीय हालत होगी। अगर समय रहते किसान को पानी नहीं मिला तो किसान मजबूर होकर आंदोलन की राह पर चलेगा आगामी 17 फरवरी को बाजार बन्द रख कर किसान बड़ा आंदोलन करेगा।
इस दौरान वृताधिकारी अमरजीत चावला के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा। धरने में 7 पीएचएम सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश मेघवाल, मूलाराम कूकणा, दुलीचन्द बरोड़, अभिषेक जांदू, रमेश पूनियां, मकबूल बलोच, रामप्रताप भादू, मनीराम गोदारा, विजय खत्री, धनराज बंसल, आदि किसानों ने सिंचाई पानी की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया।