खाजूवाला, सीमा सुरक्षा बल 114 वीं वाहिनी मुख्यालय पर रविवार को तीन दिवसीय इंटर बटालियन शूटिंग कंपीटिशन का समापन हुआ। इस कंपीटिशन में 114 वीं वाहिनी बीएसएफ व 127 वीं वाहिनी बीएसएफ के जवानों ने भाग लिया। रविवार को इंटर बटालियन शूटिंग कंपीटिशन के अंतिम दिन पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता रहे जवानों को मेडल देकर सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में 127 वीं वाहिनी की टीम विजेता व 114 वीं वाहिनी की टीम उपविजेता रही। जिन्हें ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार व मैडल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यवाहक कमांडेंट 114 वीं वाहिनी अरुण कुमार ध्यानी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि बीएसएफ भारत की सीमाओं की फ्रंटलाइन में रहकर सुरक्षा करती है। हमारे जवानों की शूटिंग बहुत अच्छी होनी चाहिए। बीएसएफ की ड्यूटी नक्सल एरिया में भी रहती है, जहां अगर जवान एक पल के लिए चुका तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है। इसलिए बीएसएफ के जवानों की कड़ी ट्रेनिंग भी दी जाती है तथा समय-समय पर ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन कर जवानों की शूटिंग को और बेहतर करने का प्रयास किया जाता है। वही जवान जब ड्यूटी पर जाता है तो उसकी बंदूक ही उसका सबसे बड़ा अभिन्न अंग माना जाता है।
प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कार्यवाहक कमांडेंट 114 वीं वाहिनी अरुण कुमार ध्यानी, डिप्टी कमांडेंट प्रताप भानु भाखर, डिप्टी कमांडेंट विनोद कुमार बड़सरा, असिस्टेंट कमांडेंट पवन कुमार, बीएसएफ जी ब्रांच सबइंस्पेक्टर धर्माराम चौधरी सहित अधीनस्थ अधिकारी, जवान तथा प्रतियोगिता में भाग लिए जवान तथा महिला जवान भी उपस्थित रहे।