सीमावर्ती क्षेत्र में स्कूली बच्चों के साथ बीएसएफ ने मनाया शिक्षक दिवस


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गांवों में सबसे बड़ी चुनौती युवाओं को नशे और तस्करी से दूर रखना है-डिप्टी कमांडेंट अजयवीर सिंह

खाजूवाला, बीएसएफ जो कि भारत-पाक बॉर्डर की की पहली रक्षा पंक्ति के रूप में जाना जाता है। सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम (बीएडीपी) के तहत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करता है। जो राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के गांवों की तस्वीर बदल रहा है। बीएडीपी का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास रहने वाले लोगों की विकास संबंधी जरूरतों को पूरा करना और सीमावर्ती आबादी के बीच सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना है। इसमें कौशल विकास कार्यक्रम, स्वच्छता अभियान और सीमावर्ती क्षेत्रों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने और नशा मुक्ति जैसी योजनाएं भी शामिल हैं। इसी तरह शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर 114 बटालियन बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट अजयवीर सिंह की मौजूदगी में 2 बीओपी एरिया में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय 2 केडब्ल्यूएम और राजकीय उच्च प्राथमिक पाठशाला 28 बीडी में रन अप टू टीचर्स डे पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 30 केवाईडी, अलदीन तथा 39 केजेडी आदि विद्यालयों में कार्यक्रम हुआ।
इस अवसर पर स्कूल छात्रों को बीएसएफ में भर्ती होने के लिए योग्यता एवं मापदंडो पर बीएसएफ पावर प्वाइंट प्रस्तुति (पीपीटी) और नशीली दवाओं के दुरुपयोग की पीपीटी पर वृत्तचित्र दिखाया गया। इसी के साथ बीएसएफ में भर्ती के फ्लेक्स बोर्ड और रोल एंड टास्क को भी प्रदर्शित किया गया। साथ ही 200 फैम्पलेट बांटे गए।
इस मौके पर 114 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट अजयवीर सिंह ने कहा कि सीमावर्ती गांवों में सबसे बड़ी चुनौती युवाओं को नशे और तस्करी से दूर रखना है। बीएसएफ इन युवाओं को प्रशिक्षण शिविरों में शारीरिक लिखित पाठ्यक्रम और खेलकूद का प्रशिक्षण देकर बीएसएफ में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा है।
शिक्षक दिवस पर डिप्टी कमांडेंट ने कहा कि हर एक दिन का अपना कुछ महत्व होता है और हर दिन के पीछे एक इतिहास छुपा होता है। ठीक ऐसे ही शिक्षक दिवस भी छात्रों और शिक्षकों के लिए खासा महत्व रखता है। दरअसल, हर किसी के आगे बढ़ने में, जीवन को सफल बनाने में गुरू का हाथ होता है। शिक्षक अपने छात्रों को सही राह दिखाता है, सही ज्ञान देता है और मार्गदर्शन भी करता है। इसलिए बच्चों के जीवन में शिक्षकों का खास महत्व होता है।
कार्यक्रम में इंस्पेक्टर सुधीर कुमार, इंस्पेक्टर गोपाल रोंग, इंस्पेक्टर जी ईश्वर रावत, सबइंस्पेक्टर सरिता, विधालय स्टाफ पीटीआई सुभाष जाखड़, अध्यापक तन्मय असवाल, श्रवण बिश्नोई, मनीराम, प्रेमकुमार, रमेश कुमार, उतमचंद तथा स्कूली छात्र एवं जवान और ग्राम पंचायत 2 केडब्ल्यूएम के ग्रामीणों कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय 2 केडब्ल्यूएम के प्रिंसिपल बद्रीराम और 28 बीडी विद्यालय के हेडमास्टर झुमराज सिंह को बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट अजयवीर सिंह के द्वारा पाठ्य सामग्री भेंट की गई।