खाजूवाला, प्रतापनगर 114 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि वे सुरक्षा के लिए इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि वन्य प्राणियों जीवों की सुरक्षा सेवा लिए भी हर समय तैयार रहते हैं 114 वीं सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट हेमन्त कुमार यादव ने बताया कि चौकी के नज़दीक जवानों ने एक हिरण को भागते हुए देखा जिसके पीछे कुत्ते भाग रहे थे तब जवानों ने उन कुत्तों को भगाया उसके बाद उन्होंने देखा कि हीरण झाड़ी के पीछे छुप गया 2 जवानों ने पास जाकर देखा तो पाया कि हिरनी ने एक शावक को जन्म दिया है इसके बाद हिरनी वहाँ से भाग गई थी क्योंकि कुत्ते वहाँ आस पास थे तो जवानों ने शावक को चौकी रचनी सीमा में ले लिया जिसके बाद शावक को भेटनारी नर्सिंग एसिसटेंट जो उस सीमा चौकी पर मौजूद था जिसने शावक का उपचार तथा देखभाल की उसके बाद फ़ॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर दांतोर को उससे को उसके बारे में सूचित गया और वहाँ से फ़ॉरेस्ट गार्ड ने एक रेस्क्यू टीम भेजी जो चौकी पहुँची और और शावक तो सही सलामत अपने साथ ले गए। सीमा सुरक्षा बल देश की सुरक्षा के साथ साथ वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए भी हमेशा तत्पर हैं।