बीकानेर, जिले के विभिन्न गांवों तथा औद्योगिक क्षेत्रों को बाल श्रम मुक्त किया जाएगा। किसी भी स्थान पर बाल श्रम की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्यवाही होगी। इसके लिए जिला एवं उपखंड स्तर पर टीमें गठित की जाएगी।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को कलक्टर सभागार में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीकानेर को बाल श्रम मुक्त बनाया जाए। इसकी शुरुआत गांव तथा औद्योगिक क्षेत्रों से होगी। उन्होंने प्रत्येक उपखंड क्षेत्र में इस पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए।
मेहता ने संपर्क पोर्टल पर लंबित और निस्तारित प्रकरणों की समीक्षा की तथा कहा कि किसी भी विभाग के 30 दिन से अधिक समय का कोई प्रकरण लंबित ना रहे। संबंधित अधिकारी इसकी नियमित समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि लोक सेवा गारंटी एक्ट, राइट टू सीएम सहित विभिन्न आयोगों के लंबित प्रकरण भी प्राथमिकता से निस्तारित किए जाए। जिला कलक्टर ने अवैध खनन के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस, प्रशासन तथा खनन विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीमें प्रत्येक उपखंड में प्रभावी कार्रवाई करें तथा यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में अवैध खनन नहीं होगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन की रिटर्न पेमेंट मामलों को त्वरित दुरुस्त करवाया जाए। साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन के जिन प्रकरणों में मनीआर्डर के माध्यम से पेंशन राशि पहुंच रही है, ऐसे मामलों में बैंक खाते प्राथमिकता से खुलवाए जाए। जिससे यह राशि बैंक के माध्यम से स्थानांतरित करवाई जा सके। उन्होंने दोनों मामलों में दो दिन में संपूर्ण कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मेहता ने कहा कि विधवा पेंशन प्राप्त कर रही ऐसी महिलाएं जो पालनहार योजना की पात्रता रखती है, उन्हें प्राथमिकता से इस योजना से जोड़ा जाए। उन्होंने एक सप्ताह में इसका सर्वे करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने विभिन्न राजस्व न्यायालयो में लंबित प्रकरणों की समीक्षा की तथा कहा कि प्राथमिकता से इनका निस्तारण किया जाए। जिससे आमजन को राहत मिल सके। उन्होंने न्यायालयवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा की।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेवराम धोजक, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओपी चाहर सहित विभिन्न राजस्व अधिकारी मौजूद रहे।