बीकानेर। नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी कैंडीडेट बिठाकर पास होने के मामले तो राजस्थान में पहले से ही चल रहे हैं, हैरानी की बात यह है कि स्कूल-कॉलेज की नियमित परीक्षाएं देने भी डमी कैंडीडेट सामने आने लगे हैं। ताजा मामला बीकानेर के कोलायत में सामने आया है। यहां आदेश महाविद्यालय में परीक्षाएं चल रही है। एक स्टूडेंट पर संदेह हुआ तो रिकॉर्ड से मिलान किया गया। जिसमे पता चला कि परीक्षा देने आया युवक वह नहीं है जिसका एडमिट कार्ड जारी हुआ है।
पूछताछ की तो डमी कैंडीडेट की पोल खुल गई। मौके पर पुलिस को बुलाया गया। गजनेर पुलिस थाने में मामला दर्ज भी करवाया गया है। अब पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि वह किसी लोभवंश यानी पैसे लेकर परीक्षा देने आया या अपने रिश्तेदार-मित्र जैसे किसी रिश्ते के कारण डमी केंडीडेट बना।
आदेश महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुरुषोत्तम पुरोहित की ओर से दर्ज करवाए गए मामले के मुताबिक, सुबह की पारी में बीए राजनीति विज्ञान का प्रथम पत्र था। इस दौरान प्रदीप कुमारी नामक स्टूडेंट की जगह दूसरा लडक़ा दिखा। संदेह होने पर पूछताछ की तो वह डमी केंडीडेट निकला। डमी केंडीडेट बने युवक ने अपना नाम कपिल बिश्नोई पुत्र त्रिलोकचंद बिश्नोई निवासी चक विजयसिंहपुरा बताया है।