अलर्ट: राजस्थान में फल-सब्जियों के पेस्टीसाइड दे रहे अस्थमा, डायबिटीज और कैंसर, टमाटर, गोभी, भिंडी में सबसे ज्यादा खतरा

अलर्ट: राजस्थान में फल-सब्जियों के पेस्टीसाइड दे रहे अस्थमा, डायबिटीज और कैंसर, टमाटर, गोभी, भिंडी में सबसे ज्यादा खतरा

R.खबर ब्यूरो। राजस्थान, फल एवं सब्जियां स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं, लेकिन इनके ऊपर पाए जाने वाले पेस्टीसाइड और केमिकल बीपी, अस्थमा, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियां दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र तबीजी अजमेर की जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला ने जांच में इसकी पुष्टि की है।

जांच रिपोर्ट के मुताबिक भिंडी, टमाटर, मिर्च, गोभी, आम, पपीता, केले में पेस्टीसाइड/ केमिकल का सर्वाधिक उपयोग होता है। कई लोग बिना धोए इन्हें खाते हैं, जिससे वे कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार यह समस्या भारत ही नहीं दुनियाभर में बढ़ रही है। जानकारी के अनुसार हर साल इसके कारण 3 लाख लोगों की मौत हो रही है।

किसानों की ओर से फल-सब्जियों को कीट व रोग से बचाने के लिए पेस्टीसाइड का असंतुलित इस्तेमाल किया जा रहा है। फल-सब्जियों को जब बिना धोए-उपचारित उपयोग किया जाता है तो पेस्टीसाइड/ केमिकल पेट में पहुंचकर हमारे मेटाबोलिक सिस्टम को बिगाड़ देते हैं। इससे भोजन को पचाने वाले रस असंतुलित हो जाते हैं। भोजन के फाइबर, विटामिन और खनिज काफी हद तक नष्ट हो जाते हैं।

कैसे करें समाधान:-

जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला के प्रभारी डॉ. लक्ष्मीकांत ने बताया कि फल-सब्जी में सबसे अधिक पेस्टीसाइड चिह्नित हुआ है। आप घर पर एक लीटर पानी में 10 ग्राम नमक या मीठा सोडा मिलाकर करीब 3 घंटे तक सब्जियां व फल डाल कर रखें, इससे पेस्टीसाइड व कीटनाशक का इफेक्ट खत्म हो जाएगा।