माधोडिग्गी के बाद अब कुण्डल के वन-विभाग के जिप्सम पर माफियाओं की नजर, शिकायत के बाद पहुंची टीम ने रास्ता किया नष्ट


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खाजूवाला, खाजूवाला क्षेत्र में जिप्सम माफिया को बार-बार मुकी खानी पड़ रही है। इन अवैध जिप्सम माफिया पहले माधोडिग्गी क्षेत्र से अवैध रूप से वन-विभाग की जमीन में से जिप्सम निकालने का कार्य किया। जिसपर ग्रामीणों की शिकायत व राजस्थान पत्रिका द्वारा प्रकाशित खबर के बाद यहां इनका काम बन्द हो गया तो ये अब खाजूवाला के कुण्डल क्षेत्र में वन-विभाग की जमीन में से अवैध जिप्सम निकालने की शाजिस बना रहे है। जिसपर वन-विभाग की टीम ने पहुंचकर इनके मनसूबों पर पानी फेर दिया।

ग्रामीण शिवनारायण ने बताया कि वन-विभाग क्षेत्र कुण्डल में पिछले कुछ दिनों से अवैध जिप्सम माफिया अढ्डा बनाए हुए है। यहां वन-विभाग की जमीन में अथाक जिप्सम का भण्डारण है। यहां वन-विभाग की 80 से 90 मुरबा जमीन है। इन हजारों बीघा जमीन में अरबों रुपए का जिप्सम है। जिसपर इन माफियाओं की नजर है। जिसके चलते इन माफियाओं ने यहां दो किलोमीटर तक रास्ता भी तैयार किया। वहीं वन-विभाग की जमीन में से जिप्सम के भरे ट्रक आसानी से निकलने के लिए खींप के रास्ते तैयार किए। जिसकी सूचना वन-विभाग बेरियांवाली को दी गई। जिसपर वन-विभाग की टीम मौके पर पहुंची।

वनपाल हरीकिशन ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली कि वन क्षेत्र कुण्डल में जिप्सम माफिया वन-विभाग की जमीन में रास्ता तैयार कर रहे है तथा ये वन-विभाग की जमीन में से जिप्सम निकालने के फिराक में है। जिसपर क्षेत्रीय वन अधिकारी रेंज बेरियांवाली मोहन मीणा के निर्देशों पर टीम मौके पर पहुंची। जिसमें वनपाल हरीकिशन, सहायक वन-पाल सतपाल तथा अनिल बिश्नोई ने मौके पर जाकर देखा तो वहां कुछ लोगों द्वारा वन-विभाग की जमीन मुरबा नम्बर 221/41 में रास्ता तैयार किया जा रहा था। वन-विभाग की टीम को देखकर ये लोग मौके से भाग गए तथा टीम ने यहां रास्तों पर लगाई खींपों को जलाकर नष्ट कर दिया।