खाजूवाला, बार एसोसिएशन खाजूवाला ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखंड अधिकारी को देकर खाजूवाला तहसील को अनूपगढ़ जिले में शामिल नहीं करने की मांग की है।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष सलीम खां व सचिव दिलीप कुमार शर्मा ने बताया कि विधानसभा सत्र में राजस्थान राज्य के 19 नए जिले बनाने की घोषणा की गई। जिसमें श्रीगंगानगर जिले का क्षेत्र अनूपगढ़ विधानसभा को नया जिला बनाया जा रहा है। नए जिले अनूपगढ़ को बनाने के लिए जिन भौगोलिक क्षेत्र का चयन किया है। उसमें खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र की तहसील खाजूवाला का संपूर्ण या आंशिक क्षेत्र को अनूपगढ़ जिले में मिलाया जा रहा है। जिससे खाजूवाला तहसील के लोगों में भारी रोष है। क्योंकि खाजूवाला का जुड़ाव हमेशा से ही जिला मुख्यालय बीकानेर से रहा है। खाजूवाला क्षेत्र का विकास जिला मुख्यालय बीकानेर स्थित सरकारी कार्यालयों पर निर्भर करता है। इसके लिए खाजूवाला के लोग अनूपगढ़ में शामिल नहीं होना चाहते है। सुख सुविधाओं और विकास की दृष्टि से खाजूवाला का बीकानेर जिले में जुड़े रहना ही हितकारी है। संभाग स्तर के समस्त कार्य करने के लिए खाजूवाला की जनता को बीकानेर आना होता है। इसी तरह स्वास्थ्य सेवाओं में भी बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल बीकानेर में है।
इसी तरह राजस्थान का शिक्षा निदेशालय भी बीकानेर में है, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का अतिरिक्त मुख्य अभियंता व ऊर्जा विभाग का संभाग स्तर का कार्यालय भी बीकानेर में है। व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए संभाग का एकमात्र कार्यालय खादी ग्राम उद्योग बीकानेर में स्थित है। बीकानेर मेडिकल कॉलेज, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के साथ-साथ इसी तरह की अनेकों सुविधाएं केवल बीकानेर में है। वही अनूपगढ़ में वर्तमान में किसी तरह का कोई इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं है। अनूपगढ़ में सुविधाओं व सरकारी कार्यालयों का निर्माण होने में वर्षों के वर्ष लग जाएंगे।
इससे खाजूवाला क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो जाएगा व खाजूवाला क्षेत्र के विकास की गति 20 वर्ष पीछे चली जाएगी। खाजूवाला विकास की मुख्यधारा से पूर्णतया कट जाएगा, इसलिए खाजूवाला क्षेत्र को बीकानेर में रहने दिया जाए। यदि खाजूवाला क्षेत्र को अनूपगढ़ जिले में शामिल किया जाता है। तो उपनिवेशन विभाग समाप्त हो जाएगा और उपनिवेशन में राजस्व में भूमि आवंटन की पेंडिंग फाइलों को में वरीयता बदल जाएगी। यहां के लोग भूमि से वंचित हो जाएंगे। राजस्व अपील अधिकारी कैंप कोर्ट खाजूवाला बंद हो जाएगा। लोगों को रायसिंहनगर तक जाना पड़ेगा। खाजूवाला की जनता को रेवेन्यू बोर्ड अजमेर जाना होगा। संभाग मुख्यालय से जुड़ने के समस्त फायदों से खाजूवाला की जनता वंचित हो जाएगी। इसी तरह से सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय का भी मर्ज होने की आशंका है। इसकी सुनवाई विजयनगर में होगी। अभी इस बजट सत्र में राज्य सरकार द्वारा खाजूवाला में घोषित अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायालय भी खाजूवाला में नहीं खुल सकेगा। अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग कार्यालय खाजूवाला में नहीं खुलेगा। ना ही पीडब्ल्यूडी का कार्यालय खाजूवाला में रहेगा। वृताधिकारी पुलिस कार्यालय भी केवल मात्र खाजूवाला पुलिस थाना हेतु नहीं रहेगा। खाजूवाला विधानसभा मुख्यालय भी समाप्त हो जाएगी। इस प्रकार खाजूवाला की आवाम को भारी नुकसान होगा। खाजूवाला की जनता की पहचान इसके दस्तावेज जमीन सभी परिवर्तित हो जाएंगे। खाजूवाला विधानसभा में 36 कोम के लोग रहते हैं। खाजूवाला की जनता अपनी मजबूत विचारधारा को विधानसभा में उठाने के लिए जनप्रतिनिधि भी नहीं भेज सकेगी। खाजूवाला क्षेत्र में किया गया विकास कार्य हास्य पर चला जाएगा। इसलिए खाजूवाला क्षेत्र को बीकानेर जिले में रखा जाए। अनूपगढ़ जिले में शामिल नहीं किया जाए।