बीकानेर: 2 आरएएस सहित इतने अधिकारीयों पर एसीबी की एफआईआर, ये है मामला
बीकानेर। पूगल के दो पटवार मंडल में जमीनों का फर्जी आवंटन कर सरकार को बाजार मूल्य के अनुसार 40 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया गया। एसीबी ने इस मामले में दो आरएएस सहित 14 अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। छत्तरगढ़ में 1541 हेक्टेयर जमीनों के फर्जी आवंटन की तरह ही पूगल में भी 2010 बीघा यानी 508.68 बीघा जमीनों का फर्जी आवंटन हुआ। तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त सीएडी आईजीएनपी एमएल नेहरा के निर्देशन में प्रशिक्षु आईएएस एडीएम सिटी यक्ष चौधरी, उपनिवेशन के राजस्व लेखाधिकारी श्रवणसिंह चारण व कलेक्ट्रेट के वरिष्ठ विधि अधिकारी कपिल तंवर की कमेटी ने पिछले साल पूगल उपखंड में 10 सालों के जमीन आवंटन का रिकॉर्ड लेकर जांच-पड़ताल की तो सामने आया कि पटवार मंडल करणीसर भाटियान व बांदरेवाला में अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़े स्तर पर जमीनों का फर्जी आवंटन किया जिसमें 31 लाभार्थी हैं। करीब 2010 बीघा जमीन का फर्जी आवंटन किया गया। वर्तमान बाजार मूल्य करीब दो लाख रुपए बीघा के अनुसार सरकार को 40 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया गया। जांच कमेटी ने इसमें तत्कालीन पूगल उपखंड अधिकारी दो आरएएस सीता शर्मा और मनोज खेमदा सहित 14 अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत और पद का दुरुपयोग माना। राजस्व विभाग ने इस मामले में एसीबी को मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा। एसीबी की बीकानेर चौकी के एएसपी महावीरप्रसाद शर्मा की रिपोर्ट पर जयपुर मुख्यालय ने 14 अधिकारी-कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसकी जांच एसीबी स्पेशल यूनिट के एएसपी आशीष कुमार को सौंपी गई है। गौरतलब है कि इससे पहले छत्तरगढ़ में 1516 हेक्टेयर जमीन के फर्जी आवंटन और सरकार को डीएलसी दरों से 25 करोड़ का नुकसान पहुंचाने पर 18 अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ भी एसीबी में मुकदमा दर्ज हो चुका है।
ये 14 कार्मिक में नामजद किए
तत्कालीन पूगल एसडीएम आरएएस सीता शर्मा, आरएएस मनोद खेमदा, तत्कालीन तहसीलदार रामेश्वरलाल गढ़वाल, अदित्या, नायब तहसीलदार प्रशिक्षु महेन्द्रसिंह मुवाल, राजेश कुमार शर्मा, कालूराम, भू अभिलेख निरीक्षक इकबालसिंह, जयसिंह, ऑफिस कानूनगो भंवरलाल, रिटायर्ड पटवारी मांगीलाल बिश्नोई