खाजूवाला, किसानों द्वारा आंदोलन के तहत भारत बंद के आह्वान पर सीमावृति मण्डी खाजूवाला में भी मंगलवार को सदर बाजार, सब्जी मण्डी, नई धान मण्डी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान पूर्णतया बन्द रखकर किसानो की मांग का समर्थन किया। काफी संख्या में पहुंचे किसानों ने राजीव सर्किल पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कुछ देर के लिए चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम होते ही खाजूवाला प्रशासन के भी हाथ-पांव फूले व खाजूवाला पुलिस मौके पर पहुंची। बलदेव सिंह बराड़ के नेतृत्व में राजीव सक्रिल पर धरने पर बैठकर एक आम सभा रखी गई। जिसमें केन्द्र सरकार द्वारा 3 नये कानुन बनाने के विरोध में नारे लगाये गये। सभा को सम्बोधित करते हुए जल उपभोक्ता संगम युनियन खाजूवाला के संयोजक हरफूल सिंह सैनी ने बताया की वर्तमान मोदी सरकार द्वारा बिना किसी किसान संगठन की मांग के बिना काॅरपोरेट घरानो के हित में जो संसद ने काले कानुन बनाये गये है। उसके विरोध में पंजाब हरीयाणा राजस्थान दिल्ली के ही नही अपितु पूरे भारतवर्ष के किसान आन्दोलित है। इस ठण्डी व सर्द रात्री में खुले आसमान के नीचे कोरोना काल के बावजुद भी इन काले कानुन के विरोध में बैंठे है। एनडीए सरकार हटधर्मिता पर तुली हुई है। किसानो को दिल्ली पंहुचने के लिए हरीयाणा सरकार तरह तरह के विरोध पैदा कर रही है। इसके बावजुद भी शांतीपूर्ण इस आंदोलन को सरकार दबाना चाहती है। खाजूवाला क्षेत्र के किसानों व व्यापारीयो ने इस आन्दोलन का समर्थन किया है। किसानों के समर्थन में खाजूवाला की कृषि मंडी पूर्णतया बंद रही। व्यापारी मनीराम गोदारा ने कहा कि सरकार द्वारा लागू इस काले कानून के विरोध में खाजूवाला की कृषि मंडी में आज किसी भी जिंसों की बोली नही हुई। सभा में बलदेव सिंह बराड़, हरीश मण्डा, रूपेन्द्र सिंह, हनीफ नागोरी, रतन सिंह, उदयपाल, राकेश मोदी, काशीराम पारीक सहित अनेक व्यापारियों ने भी पूर्णतया आन्दोलन को सहयोग देकर अपना समर्थन दिया।