बीकानेर, जिले में गजनेर के सुरजडा गांव में एक युवक ने बीती रात अपनी पत्नी और दो बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
जानकारी के अनुसार जेठाराम मेघवाल और उसकी पत्नी शारदा घर में परिवारजनों से थोड़ा दूर खुले में सो रहे थे। जेठाराम ने पहले अपनी पत्नी का गला दबाकर हत्या की और बाद में परिवारजनों के पास सो रही अपनी पुत्री आयशा को उठाकर लाया और उसका गला दबाकर मारकर चारपाई पर डाल दिया। फिर पुत्र जितेन्द्र को उठाकर लाया और उसे भी गला दबाकर मार दिया, और चारपाई पर डाल दिया। फिर अपने पुत्र रवि को उठाकर लाने लगा तो उसके रोने पर घरवाले जाग गए। इस पर जेठाराम ने बिजली का तार काटकर आटा चक्की की दुकान में लगे पंखे के हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
जेठाराम ने जब अपने पुत्र रवि का गला दबाया तो वह जाग गया। उसके रोने पर परिवार वालों ने उसे सुला दिया। वहीं पास में ही जेठाराम की एक और पुत्री किरण सो रही थी। इससे दोनों बच्चों की जान बच गई। अब इन दोनों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है।
बिखर गया खुशहाल संयुक्त परिवार
तीनों भाई परिवार सहित अपने माता पिता के साथ संयुक्त परिवार के रूप में रहते थे। तीनों शादीशुदा थे और बच्चों के साथ खुशहाली का जीवन व्यापन कर रहे थे। परिवार में कोई मनमुटाव- झगड़ा नहीं था। जेठाराम की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने पर उसका पांच-छह महीने तक इलाज चला। तबियत ठीक होने की बात कहकर जेठाराम ने दवाइयां लेना बंद कर दिया था। रात को जेठाराम ने अपनी पत्नी, पुत्री, पुत्र की हत्या कर खुद आत्महत्या कर ली।