खाजूवाला, अन्नदाता किसान जो सदैव अपनी कड़ी मेहनत करके हमारे लिए अन्न उगाता है। इसी अन्नदाता को हर समय समस्याओं से जुझना पड़ता है। कभी टिड्डी, कभी ओलावृष्टि और इन सब के बावजूद अगर फसल हो भी जाती है तो उसे बेचने के लिए लम्बी लाईनों में लगकर बेचना पड़ता है और अन्त में कई बार सरकारी केन्द्रों पर बारदाना नहीं होने के कारण फसल की ठेरी के पास कई दिन बैठकर उसकी रखवाली भी करनी पड़ती है। ऐसा ही एक मामला खाजूवाला मण्डी से सामने आया है। जहां खाजूवाला में गेहूँ खरीद बारदाने के अभाव में नहीं हो रही है। इस सम्बन्ध में भारतीय किसान संघ ने जिला कलेक्टर को पत्र देकर बारदाना उपलब्ध करवाने की मांग की है।
जिला मंत्री शम्भूसिंह राठौड़ ने बताया कि खाजूवाला तहसील में गेहूँ की इस बार बम्पर पैदावार हुई है। लेकिन पिछले कई दिनों से बारदाने की कमी के कारण गेहूँ की सरकारी खरीद नहीं हो पा रही है तथा किसान परेशान होकर कम रेट में गेहूँ को व्यापारियों को बेच रहा है। जिससे किानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। खाजूवाला तहसील में कम से कम 1 लाख 50 हजार कट्टे (बारदाने) की आवश्यकता है लेकिन एफसीआई बीकानेर बारदाना उपलब्ध नहीं करवा रहा है। वहीं खाजूवाला मण्डी में खुले में किसानों का गेहूँ पड़ा है तथा मौसम खराब होने के कारण किसान की गेहूँ भीगने का डर भी सता रहा है।
वर्जन
खाजूवाला मण्डी में 75 हजार बोरियां एफसीआई द्वारा गेहूँ खरीद कर ली गई है। पूर्व में 90 हजार बारदाने भेजे जा चुके है तथा बारदाना नहीं होने की जानकारी मिली है जिसपर मंगलवार को यथा सम्भव 20 हजार बारदाना भेजने का प्रयास किया जाएगा तथा आगामी दिनों में और आवश्यकता हुई तो और बारदाने भेजे जाएंगे।
अरूण कुमार
डीएम, एफसीआइ