बीकानेर, जिले की लूणकरणसर ग्राम पंचायत को नगरपालिका में क्रमोन्नत करने की मांग को लेकर भाजपा आई टी सेल देहात के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं सोशल एक्टिविस्ट डूंगर सिंह तेहनदेसर ने कहा है कि लूणकरणसर ग्राम पंचायत को नगरपालिका में क्रमोन्नत करने की मांग लंबे समय से चल रही है जो की यहां के बाशिंदों का हक भी है और जायज मांग भी है। राजस्थान की सबसे बड़ी पंचायत में से एक एवं करीब 20 हजार से अधिक मतदाताओं का होना अपने आपमें नगर पालिका के मानदंडों के अनुरूप है ऐसे में इतने वर्षों तक यहां नगरपालिका की स्थापना ना हो पाना दोनों मुख्य राजनीतिक पार्टियों के लिए आत्मावलोकन का प्रश्न है। नगरपालिका हेतु उन्होंने कस्बे में लंबे समय से आंदोलनरत युवाओं को साधुवाद दिया और नगर पालिका के आंदोलन के लिए पूर्व मंत्री वीरेंद्र बैनीवाल, विधायक सुमित गोदारा एवं प्रभूदयाल सारस्वत सहित मुख्य लोगों को एक साझा मंच पर आकर व्यक्तिगत जिम्मेदारी एवं सामूहिक नेतृत्व के आधार पर संघर्ष करने की बात कही। नगरपालिका हेतु पहले पूर्व वित्त आयोग अध्यक्ष मानिक चंद सुराणा ने प्रयास किए और एक बार मान्यता मिली भी थी किन्तु कांग्रेस मानसिकता के लोगों ने अपनी सरकार के दौरान नगर पालिका को रद्द करवाया था, जो कि दुर्भाग्य पूर्ण था और कस्बे कि जनता के हितों पर कुठाराघात था। गौरतलब है कि अब कुछ करीब 7 से 10 पंचायतों को क्रमोन्नत कर नगर पालिका बनाने का काम गहलोत सरकार कर रही है तो विधायक सुमित गोदारा का दायित्व बनता है चूंकि वो विधानसभा में इसलिए की वे लूणकरणसर के लिए नगरपालिका के मान्यता के प्रयास करे। तेहनदेसर ने सभी राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्रों के लोगों को एक साझा आंदोलन करने के लिए एक मंच पर आने का आग्रह किया है।
लूणकरणसर नगरपालिका का मुद्दा
