बीकानेर, आयकर विभाग के संयुक्त आयकर आयुक्त संजीव के शर्मा ने बताया कि गुरुवार को आयकर अधिकारी पीके पारीक एवं आरपी चौधरी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। दोनों अधिकारियों ने नकली ग्राहक बनकर दोनों ठिकानों के चालू होने की पुष्टि के बाद अपनी टीम को मौके पर बुलाकर सर्वे शुरू किया। गुरुवार को एक मैरिज पैलेस और एक मावा व्यापारी के यहां नकली ग्राहक बनकर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने अपनी टीम को मौके पर बुलाकर सर्वे की कार्रवाई को अंजाम दिया। दोनों ठिकानों पर सर्वे के बाद मालिकों ने विभाग के अधिकारियों के समक्ष एक करोड़, दस लाख रुपए की अघोषित आय समर्पित की। आयकर विभाग के संयुक्त आयकर आयुक्त संजीव के शर्मा ने बताया कि गजनेर रोड स्थित मावा व्यापारी और नोखा रोड स्थित एक मैरिज पैलेस संचालक ने पिछले वर्ष रिटर्न जमा नहीं किया था। इन्होंने अग्रिम टैक्स भी जमा नहीं करवाया। ऐसे में दोनों व्यापारियों के लेन-देन पर व्यापारियों की पिछले काफी दिनों से नजर थी। शर्मा ने बताया कि मावा व्यापारी के यहां 60 लाख तथा मैरिज पैलेस संचालक के यहां 49 लाख की अघोषित आय उजागर हुई है। संयुक्त आयकर आयुक्त शर्मा ने बताया कि कर चोरी के खिलाफ विभाग का अभियान जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने अपनी वास्तविक आय के अनुसार रिटर्न और अग्रिम कर जमा करवा दिया है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन जिन लोगों ने अपनी वास्तविक आय को छिपाकर विभाग को गुमराह किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई जल्द की जाएगी।