राजस्थान: 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने से पहले जान लें ये नया नियम, वरना नहीं दे पाएंगे एग्जाम
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर ने 6 मार्च से शुरू होने वाली 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए इस बार पहली बार ड्रेस कोड लागू कर दिया है। यानी नियमित विद्यार्थियों को अपने स्कूल की यूनिफॉर्म पहनकर ही परीक्षा देने के लिए जाना होगा। जानकारी के अनुसार ड्रेस नही होने पर परीक्षा से वंचित रहना पड़ सकता है।
नियमों से आएगी पारदर्शिता:-
राजस्थान बोर्ड के नियमों से परीक्षा में पारदर्शिता तो आएगी पर ड्रेस कोड लागू होने से कुछ छात्रों और अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बताया जा रहा अहि कि बोर्ड परीक्षा में ड्रेस कोड लागू होने से उन छात्रों और अभिभावकों के सामने नई समस्या खड़ी हो सकती है। जो ऐसे स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। जिनके पास RBSE से 10वीं या 12वीं तक की मान्यता नहीं है। ये छात्र अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों में कॉन्ट्रेक्ट पर पंजीकृत हैं। लेकिन उनके पास उस स्कूल की यूनिफॉर्म नहीं होगी। उन्हें परीक्षा देने के लिए नई यूनिफॉर्म बनवानी पड़ेगी। जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा।
जिन अधिकारियों, कर्मचारियों या शिक्षकों की छबि खराब हैं, उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। मूल्यांकन को गंभीर कार्य मानते हुए परीक्षा परिणाम समय पर घोषित किया जा सके। इस कार्य को गंभीरता से निभानी की जिम्मेदारी तय की गई है। परीक्षा के दौरान निगरानी रखने के लिए केन्द्रों पर 25 छात्रों पर 1 शिक्षक, 26 से 50 छात्रों पर 2 शिक्षक, 51 से 75 छात्रों पर 3 शिक्षक और 76 से 100 छात्रों पर 4 शिक्षक तैनात किए जाएंगे। परीक्षा के सफल संचालन के लिए 1 मार्च से 5 अप्रैल तक बोर्ड मुख्यालय पर 24 घंटे नियंत्रण कक्ष संचालित किया जाएगा।