R.खबर ब्यूरो। पूर्व मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि देश में 1947 में कानून बना हुआ है, जिसमे कहा गया है कि जो मंदिर है वहां मंदिर रहेगा, जहां मस्जिद है, वहां मस्जिद रहेगी। भाजपा देश में मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढ रही है। कहीं ज्यादा गहराई तक खुदाई की तोबौद्ध मठ न निकल जाये।
भीमराव अम्बेडकर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर सियासत गर्म है। जिसको लेकर पूर्व मंत्री गोविंदराम मेघवाल के नेतृत्व में कर्मचारी मैदान में धरना देकर कलक्ट्रेट से अम्बेडकर मूर्ति स्थल तक पैदल मार्च निकाला गया।
इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंदराम ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि संसद में गृहमंत्री की ओर से संविधान निर्माता बाबा साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना बेहद शर्मनाक है, जिससे देश व प्रदेश में दलित, पिछड़ों व वंचित समाज की भावनाओं को आघात पहुंचा है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री की बाबा साहब पर की गई टिप्पणी से दलितों व पिछड़ों के प्रति भाजपा की संविधान विरोधी मानसिकता प्रकट होती है।
पूर्व मंत्री गोविन्दराम ने कहा कि गरीबों, पिछड़ों के भगवान बाबा साहब के प्रति ऐसी भाषा का प्रयोग और टिप्पणी समाज के लोग सहन नहीं करेंगे। वहीं उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि अमित शाह की बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से पूरे देश में आक्रोश है।
संसद में हुए हंगामे के पीछे सरकार का उद्देश्य ध्यान भटकाना है, लेकिन जनता सब देख रही है और इसका परिणाम जल्द सामने आएगा। देश के हर दलित,महिला और बच्चे का अपमान शाह ने किया है। वक्ताओं ने कहा कि ये नफरत फैलाने वाले लोग है, बाबा साहब को लेकर इन्होंने गलत बात बोली है, उसको हम कभी सहन नहीं करेंगे।