R.खबर ब्यूरो। जयपुर टैंक ब्लास्ट में एक बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें पता चला है कि टैंकर में 18 टन एलपीजी भरी हुई थी। यह इतनी बड़ी मात्रा थी कि इससे लगभग 1200 सिलेंडर भरे जा सकते थे। एक सिलेंडर में 15 किलो एलपीजी होती है, जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कितनी बड़ी मात्रा थी। इस खतरनाक स्टॉक ने टैंकर को मौत का सौदा बना दिया था।
राजस्थान में जयपुर-अजमेर नेशनल हाईवे पर 20 दिसंबर 2024 को सुबह एक बड़ा हादसा हुआ। इस हादसे में 18 टन एलपीजी से भरे एक टैंकर में ब्लॉस्ट हुआ, जो भांकरोटा पेट्रोल पंप के पास हुआ था। इस ब्लॉस्ट के बाद टैंकर के आसपास खड़ी गाड़ियों में आग लग गई और कई लोग जिंदा जल गए। हादसे के बाद हाइवे पर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया और आसपास के स्कूलों में अवकाश कर दिया गया। क्रेन की मदद से जले हुए वाहनों को हाईवे से हटाया जा रहा है, जिसमें एक बस भी शामिल है जो उदयपुर से जयपुर के लिए निकली थी।
इस हादसे में 8 लोगों की तड़पकर दर्दनाक मौत हो गई। आग पेट्रोल पंप पर खड़े एक सीएनजी टैंकर में लगी थी, जिसने देखते ही देखते आसपास खड़े वाहनों और गाड़ियों से भरे गोदाम को भी अपनी चपेट में ले लिया।
जयपुर में हुए सीएनजी टैंकर ब्लास्ट के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तुरंत एसएमएस अस्पताल पहुंचकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने घटनास्थल पर भी मौका मुआयना किया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि इस घटना की विस्तृत जांच की जाएगी। इस हादसे में लगभग 35 लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री ने इस घटना को बहुत दुखद और चिंताजनक बताया है। जयपुर पुलिस ने घायलों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं – 9166347551, 8764688431 और 7300363636. एडिशनल पुलिस कमिश्नर योगेश दाधीच ने बताया कि इन नंबरों पर संपर्क कर घायलों के बारे में जानकारी ली जा सकती है।