राजस्थान में सरपंच चुनाव को लेकर आया बड़ा अपडेट, अगले महीने कार्यकाल हो जाएगा पूरा; अब आगे क्या?
जयपुर। राज्य निर्वाचन आयोग अब पंचायतीराज संस्थाओं के चुनावों की तैयारी में जुट गया है। पहले नगर निकाय (Rajasthan Local Body Election) और अब पंचायतीराज संस्थाओं के निर्वाचन के लिए मतदान केन्द्रों की स्थापना के लिए निर्देश जारी किए हैं। यह आदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी नलिनी कठोतिया ने जिला कलक्टर को भेजे हैं। पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव-2025 के लिए मतदान केन्द्रों की स्थापना व निर्वाचक नामावलियां तैयार करने के लिए प्रगणकों की नियुक्ति के संबंध में निर्देश जारी हुए हैं। ऐसे में अब गांवों की सरकार यानी पंचायत चुनावों को लेकर भी ग्रामीण इलाकों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। गांवों में इस बात की भी चर्चा है कि पूर्व की तरह निर्वाचन प्रक्रिया होगी या वन स्टेट वन इलेक्शन के तहत प्रदेश में एक साथ चुनाव होंगे। गौरतलब कि प्रदेश की सभी पंचायती राज संस्थाओं का कार्यकाल आगामी वर्ष अलग-अलग माह में पूरा होने जा रहा है। कुछ संस्थाओं का जनवरी, मार्च, सितंबर व अक्टूबर में कार्यकाल पूरा होगा।
पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी
पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनाव 2025 में होने हैं। आम चुनाव के लिए पंचायतीराज संस्थाओं की निर्वाचक नामावलियां एक जनवरी 2025 की अहर्ता तिथि के संदर्भ में तैयार की जानी है। आम चुनावों के लिए निर्वाचक नामावलियों का पुनरीक्षण कार्यक्रम आयोग शीघ्र ही जारी करेगा। पंचायत की वार्डवार मतदाता सूची तैयार करने के लिए प्रगणकों की आवश्यकता होगी। प्रगणकों की संख्या के आंकलन के लिए गत आम चुनाव में स्थापित किए गए मतदान केन्द्रों की संख्या को भी आधार बनाया जा सकता है। आगामी आम चुनावों के लिए नियुक्त स्टेट लेवल एजेन्सी की ओर से निर्मित सॉटवेयर के माध्यम से विधानसभा की मतदाता सूचियों के अद्यतन डेटाबेस को पंचायत के वार्डवार विभाजित कर मतदाता सूचियां तैयार की जाएंगी। इस विभाजन की प्रक्रिया के लिए प्रपत्र में भरी जाने वाली सूचनाएं संबंधित प्रगणकों की ओर से तैयार की जाएंगी। सूचना ई-सूची पर अपलोड करने के बाद वार्डवार प्रारूप मतदाता सूचियां तैयार हो जाएंगी। ऐसी प्रारूप मतदाता सूचियों का संबंधित प्रगणक द्वारा अपने वार्डों में जाकर प्रत्येक मतदाता का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।