एक साल पहले पाकिस्तान से आई थी हेरोईन, खरीदार तलाशने पर पकड़ में आए पांच जने


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अब तक पांच जने गिरतार: एक किलो 806 ग्राम हेरोईन बरामद, बाजार कीमत 10 करोड़ रुपए से ज्यादा, छुपाने जा रहे एक जने को पुलिस ने दबोचा


खाजूवाला, करीब एक साल पहले पाकिस्तान से भारतीय तस्करों ने हेरोईन की खेप मंगवाई। यह खेप ड्रोन की मदद से भारतीय सीमा में बॉर्डर के गांव 10 बीडी की रोही के एक खेत में गिराई गई। जो तस्करों के हाथ नहीं लगी। बाद में खेत में फसल कटाई के लिए कपाइन चला रहे दो युवकों को मिल गई। दोनों के मन में लालच आ गया और मोटा पैसा कमाने के चक्कर में हेरोईन के खरीदार की तलाश करने लग गए।

दो दिन पहले 820 ग्राम हेरोईन की डिलीवरी देने जाते समय पुलिस ने एक हिस्सा पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर शेष 986 ग्राम हेरोईन को पुलिस ने और बरामद कर लिया है। पुलिस ने दोनों मामलों में कुल पांच जनों को गिरतार किया है। इनमें दो मुय आरोपी, एक हेरोईन का खरीदार और दो उनके सहयोगी है।

पांच आरोपियों से कर रहे पूछताछ:-

पुलिस उप अधीक्षक अमरजीत चावला ने बताया कि पहले पकड़े दो आरोपियों और बाद में पकड़े मुय आरोपी हरदीप व हरजिन्द्र तथा सचिन बिश्नोई से पूछताछ की जा रही है। रविवार को गिरतार आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा।

बीएसएफ भी दो दिन से सक्रिय:-

सूत्रों के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल की जगह मुखबिर ने हेरोईन की सूचना पुलिस तक पहुंचा दी। इसके बाद पुलिस के सक्रिय होते ही बीएसएफ भी सक्रिय हो गई। बीएसएफ की खुफिया विंग के डीसीजी महेश चन्द जाट और इंस्पेक्टर तारा चंद टीम के साथ खाजूवाला बॉर्डर एरिया में मुखबिरों के माध्यम से पता लगाने में जुटे हुए थे। परन्तु बीएसएफ से पहले पुलिस ने हेरोईन बरामद कर ली।

असली कहानी…एक मुखबिर ने पुलिस के कान में डाली फूंक:-

हेरोईन की खेप के बारे में पुलिस के बीकानेर अधिकारियों के कान में पुलिस के एक मुखबिर ने बात डाली थी। इस पर रेंज के महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक ने जिला विशेष टीम (डीएसटी) को खाजूवाला वृत्ताधिकारी अमरजीत चावला और खाजूवाला थाना जाब्ता के साथ मिलकर कार्रवाई के लिए भेजा। असल में पुलिस के मुखबिर तक बात पहुंची की 10 बीडी निवासी हरजिन्द्र सिंह उर्फ लाला और हरदीप उर्फ प्रदीप हेरोईन के खरीदार को तलाश रहे है। बिकवाने वाले को कमीशन देंगे। मुखबिर ने खरीदार बनकर इसकी पुष्टि की और पुलिस अधिकारियों को सूचना कर दी।

दूसरी खेप और तीन आरोपी पकड़े:-

पुलिस ने पहली खेप पकड़ने के बाद शनिवार को ही फरार आरोपी प्रदीप उर्फ हरदीप की तलाश शुरू कर दी। उसके साथी हरजिन्द्र की निगरानी शुरू कर दी। शनिवार की रात को हरजिन्द्र शेष बची 986 ग्राम हेरोईन को छिपाने के लिए लेकर निकला तो पुलिस ने उसे दबोच लिया। साथ ही पुलिस दल ने फरार चल रहे हरदीप और सचिन पुत्र नरसी बिश्नोई की तलाश में छापेमारी जारी रखी। रविवार को पुलिस को सफलता मिली और सचिन व हरदीप भी पकड़ में आ गए।

खाजूवाला अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तान से आई 986 ग्राम हेरोईन को पुलिस ने बरामद कर एक जने को गिरतार किया है। शनिवार-रविवार मध्य रात्रि पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक जने को दबोच कर तलाशी ली तो हेरोईन बरामद हुई। इसकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत करीब 6 करोड़ रुपए है। इससे दो दिन पहले भी बॉर्डर एरिया में 820 ग्राम हेरोईन बरामद कर दो तस्करों को पुलिस ने दबोचा था।

पुलिस के अनुसार देर रात पुलिस दल 17 केवाईडी एरिया में गश्त कर 14 बीडी पहुंचा। रास्ते में हरजिन्द्र सिंह उर्फ लाला पुत्र जोधसिंह निवासी 10 बीडी मिला। उसे रोककर तलाशी लेने पर उसके पास से एक थैले में तीन प्लास्टिक के डिब्बे मिले। इनमें भूरे रंग का मादक पदार्थ हेरोईन भरा हुआ था। पुलिस पूछताछ में हरजिन्द्र सिंह ने हेरोईन बॉर्डर एरिया के एक खेत में मिली होना बताया। उसने पुलिस या बीएसएफ को सूचना देने की बजाए इसे छुपाने के लिए रात का समय चुना। वह छुपाने के लिए ले जाते समय रास्ते में पुलिस की पकड़ में आ गया।

डिलीवरी देते जाते समय पकड़ में आए दो लोग :-

सचिन पुत्र नरसीराम जाति बिश्नोई निवासी 10 बीडी ने 820 ग्राम हेरोईन को बिकवाने के लिए हरदीप और हरजिन्द्र से सौदा किया। इसकी डिलीवरी देने के लिए हरदीप कार लेकर शनिवार को खाजूवाला के लिए रवाना हुआ। पहले से पुलिस ने हरदीप की निगरानी रखनी शुरू कर रखी थी। ऐसे में उसकी कार को पकड़ने के लिए नाकाबंदी की। पुलिस ने कार और 820 ग्राम हेरोईन शनिवार को बरामद कर ली लेकिन हरदीप उर्फ प्रदीप फरार हो गया। कार में प्रदीप के सहयोगी गरबाज सिंह निवासी 13 बीडी और परविन्द्र सिंह निवासी 14 बीडी को पकड़ लिया।