खाजूवाला को जिला बनाने की मांग को लेकर खाजूवाला व दंतौर मण्डी रही पूर्णतया बन्द, एसडीएम कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन

खाजूवाला, खाजूवाला जिला बनाओं संघर्ष समिति के आह्वान पर मंगलवार को उपखण्ड क्षेत्र खाजूवाला का समस्त बाजार बन्द रहा। समिति के तत्वावधान में खाजूवाला उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने साधारण सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अनेकों वक्ताओं ने अपना उद्बोदन दिया।

वहीं खाजूवाला के अनुपगढ़ में जाने से नुकसान व जिला बनने व बीकानेर में रहने के फायदें लोगों को बताए गए। सभा से एक स्वर में मांग उठी की खाजूवाला को जिला बनाया जावे व जब तक खाजूवाला जिला नहीं बनता है तब तक खाजूवाला व छतरगढ़ उपखण्ड को बीकानेर जिले में ही यथावत रखा जाए। इस मुहिम को लेकर खाजूवाला में सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। वहीं मंगलवार को खाजूवाला व दंतौर सहित अनेकों चकों आबादियों में बाजार पूर्णतया बन्द रहा।


प्रवक्ता भुपेन्द्र सिंह शेखावत बताया कि विधान सभा सत्र में राज्य में 3 सम्भाग व 19 जिलों की घोषणा की गई थी। जो राज्य के विकास में स्वागत योग्य है। उक्त जिलों में काफी ऐसे जिले है जो हमारे विधान सभा क्षेत्र खाजूवाला से भी काफी कम मापदण्डों पर आधारित है। इसलिए हमारे विधान सभा क्षेत्र खाजूवाला के तीनों उपखण्ड खाजूवाला, छतरगढ़ व पूगल के समस्त नागरिक खाजूवाला को जिला बनाने की पूरजोर मांग उठा रहे है तथा विधान सभा क्षेत्र खाजूवाला के समस्त नागरिकों की जनभावना भी खाजूवाला को जिला बनाने की है। खाजूवाला को जिला बनाने के लिए भैगोलिक क्षेत्र, आर्थिक क्षेत्र, सामरिक, कृषि आदि क्षेत्रों में सक्षम है। खाजूवाला वर्ष 1990 से 1996 तक बीबीसी के सर्वें अनुसार ऐशिया की सबसे तेज गति से बढऩे वाली मण्डी थी। यहां कपास, उत्पादन में ऐशिया की सबसे बड़ी मण्डी रही है। वर्तमान बजट में खाजूवाला को कपास मण्डी भी घोषित की गई है। विधान सभा खाजूवाला में खनन में जिप्सम के भण्डार के रूप में विश्व का सबसे बड़ा क्षेत्र है तथा सरसों उत्पादन में खाजूवाला भारत वर्ष में प्रथम स्थान पर है। वहीं खाजूवाला जब तक जिला नहीं बन जाता तब तक इसे यथावत बीकानेर जिले में रखा जाए।

यूँ हुआ प्रदर्शन:-
खाजूवाला उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने दर्जनों लोग सभा में उपस्थित हुए। वहीं सभी लोग एक साथ खाजूवाला को जिला बनाने व अनुपगढ़ में नहीं जाने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के गेट पर पहुंचे। यहां पुलिस बल वृताधिकारी विनोद कुमार व थानाधिकारी अरविन्द सिंह शेखावत की नेतृत्व में मौजूद था। यहां प्रदर्शनकारियों को रोका गया। जिसके बाद काफी देर तक उपखण्ड अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं आए तो आक्रोषित भीड़ कार्यालय के सामने खाजूवाला दंतौर सडक़ मार्ग पर बैठ गई। जिसके बाद उपखण्ड अधिकारी भीड़ के बीच पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन लिया।

ये रहे उपस्थित:-
संघर्ष समिति अध्यक्ष महावीर प्रसाद सोनी, सीसीबी चेयरमैंन भागीरथ ज्याणी, साबुद्दीन पडि़हार, थानसिंह भाटी, मदन गोदारा, गुलाम मुस्तफा, जगदीश अरोड़ा, बेगराज वर्मा, शीशपाल सिंह, हरी पूनियां, सुभाष बजाज, प्रह्लाद तिवाड़ी, एडवोकेट सलीम खां, एडवोकेट जफर शाह, भंवर सिंह, इन्द्राज संाई, रामचन्द गोदारा, राजेन्द्र बेनीवाल, मदन गोदारा, राजेश गोदारा, मदन पूनियां, खेमाराम जाट, रामसिंह, शिवदत्त सिग्गड़, रवि गजरा, भूपराम भाम्भू, मोहम्मद ताह सहित दर्जनों व्यापारी, किसान व अलग-अलग वर्गों के लोग उपस्थित रहे।

खाजूवाला व दंतौर मण्डी रही बन्द:-
खाजूवाला जिला बनाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर मंगलवार को खाजूवाला व दंतौर मंडी का बाजार पूर्णतया बन्द रहा। समिति के आह्वान पर व्यापारियों ने यहां स्वेच्छा से अपने अपने प्रतिष्ठान बन्द रखे। यह पहली बार हुआ है कि बाजार पूरे दिन बन्द रहा। वहीं दंतौर मंडी के लोगो ने उप तहसील में नायब तहसीलदार अनोपाराम को ज्ञापन दिया ज्ञापन में कहा गया कि दंतौर को खाजूवाला के साथ ही रखा जाएं। ज्ञापन में मांग रखी कि खाजूवाला को जिला बनाया जाए। जब तक खाजूवाला जिला नहीं बनता है तो पूरे खाजूवाला उपखंड को बीकानेर जिले में ही रखा जाए। अनूपगढ़ में शामिल ना किया जाए। अगर अनूपगढ़ में शामिल करते हैं तो बड़ा आन्दोलन किया जाएगा।