अवैध जिपसम माफियाओं का बढ़ रहा है ख़ौफ़
खाजूवाला, खाजूवाला क्षेत्र में जिप्सम माफियाओं का आंतक अब बढऩे लगा है। ये जिप्सम माफिया
क्षेत्र में गुन्डाई करने पर उतर गए है। वहीं आने वाले दिनों में क्षेत्र में हालात बद से बदतर हो सकते है। खाजूवाला क्षेत्र में कई स्थानों पर होली के त्योहार पर भी जिप्सम का अवैध काम जोरों पर चलता रहा। जहां सरकारी महकमों में छुटी तो इन माफियाओं के चांदी लग गई।
खाजूवाला क्षेत्र के 11 पीकेडी, 14 पीकेडी व 6 एसजेएम तथा कुण्डल आदि क्षेत्रों में वन-विभाग व सरकारी अराजीराज भूमि में से जिप्सम निकालने का काम जोरों पर चल रहा है। वहीं कई स्थानों पर तो आरएसएमएम की लीज एरिया में भी जिप्सम निकाला जा रहा है। जब भी सरकारी अधिकारियों से बात करते है वे एक-दूसरे पर पल्ला झाड़ देते है। वहीं उपखण्ड स्तरीय टास्क फॉर्स का गठन अवैध खनन को रोनके के लिए किया गया था। लेकिन अब वह टास्क फॉर्स भी ठण्डे बस्ते में चला गया है। अधिकारियों को शिकायत करने पर ये अधिकारी मौके पर पहुंचते है जिससे पहले जिप्सम माफिया फरार हो जाते है न जाने इन माफियाओं को जानकारी कहां से मिल जाती है।
ग्रामीणों ने बताया कि अब आम लोगों में अवैध खनन को लेकर काफी रोष है। अब ग्रामीण शिकायत कर कर के थक चुके है और शिकायत करने से परहेज भी कर रहे है। जिप्सम माफिया धडल्ले से काम कर रहे है। ये माफिया झुण्ड में रहते है। इनके कई जगहों पर कैम्प भी बने है। जहां कम से कम 50 से 100 लोग रहते है। वहीं अगर खनन क्षेत्र में कोई जाता है तो ये एक साथ मिलकर गाडिय़ां पीछे दौड़ाकर डाराते है तथा गाली गलोच करते है। ऐसे कई मामले सामने आ रहे है। प्रशासन को चाहिए कि इन माफियाओं पर अब लगाम लगाए। वन-विभाग को शिकायत करें तो पुलिस सहयोग नहीं करती है पुलिस के 100 नम्बर पर भी अब अवैध जिप्सम की शिकायत का असर होना बन्द हो गया है।
होली पर्व पर सरकारी छुट्टियां होने के कारण इन माफियाओं ने दिन रात अ’छी खासी चांदी कुटी है। सरे आम दिन दहाड़े तथा रात के अन्धेरे में एलएनटी मशीन लगाकर जिप्सम का अवैध खनन किया गया है। वहीं ता”ाुब की बात है कि प्रशासन को मालूम होने के बावूजद भी अभी तक नामजद मुकदमें नहीं हुए है तथा कार्यवाही तो दूर की बात है। खनिज विभाग द्वारा 6 एसजेएम में गार्ड नियुक्त किए गए थे। लेकिन अब वे गार्ड हटा लिए गए है।
वर्जन
अवैध खनन की शिकायत मिलती रहती है। जिसकी जाँच करवाते है। वहीं टीम समय-समय पर जाती रहती है। शुक्रवार को भी टीम भेजकर जाँच की जाएगी। अवैध खनन के सम्बन्ध में पूर्व में दो मामले दर्ज करवाए गए है। वहीं होमगार्ड छोड़े गए थे।
राजेन्द्र सिंह बलाना, खनिज विभाग, बीकानेर