महाजन पुलिस की बड़ी कार्यवाही
महाजन, स्थानीय पुलिस ने रविवार रात को क्षेत्र में लूटपाट व डकैती के इरादे से आए पजब गैंग के पांच कुख्यात बदमाशों को दबोचने में सफलता हासिल की है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक स्कोर्पियों व लूटपाट में काम आने वाले हथियार बरामद किए है।
महाजन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रात को राजमार्ग संख्या 62 से रेलवे अंडरब्रिज होते हुए शेरपुरा को जाने वाली लिंक सड़क पर एक गाड़ी व कुछ संदिग्ध लोगों के खड़े होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही सीआई अनिल कुमार पुलिस जाप्ते सहित मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे तो पुलिस ने घेरा डालकर उन्हें दबोच लिया। सीआई अनिल कुमार ने बताया कि कुल पांच बदमाश है। सभी बदमाश पंजाब की किसी गैंग के सदस्य बताए जा रहे है। बदमाशों के पास एक स्कोर्पियों गाड़ी भी थी जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। पूछताछ में सभी आरोपियों ने पंजाब से यहां आकर डकैती व लूटपाट करने की बात स्वीकार की।
ये है आरोपी-पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने अपने नाम राजेश कुमार निवासी 22 केवाइडी खाजूवाला, हरदीप सिंह निवासी नसीबपुरा पंजाब, त्रिलोचन सिंह निवासी शेरगढ़ पंजाब, मनप्रीत सिंह निवासी प्योरी पंजाब व बलराम निवासी प्योरी पंजाब बताया। बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि पंजाब यहां पेट्रोल पंप, शराब ठेके व अन्य कई स्थानों पर लूटपाट व डकैती की योजना बनाकर आए थे।
ये हथियार हुए बरामद-बदमाशों के पास से पुलिस ने ताले आदि तोड़ने के लिए काम में लिया जाने वाला हथौड़ा, गंडासी, लाठियां, बरछी व छोटे-मोटे हथियार बरामद किए है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास बरामद की गई स्कॉर्पियो गाड़ी पर लगी नंबर प्लेट भी फर्जी है। यह गाड़ी किसकी है कहीं से चोरी या लूटी गई है इसकी जांच भी शुरू की गई है।
यह थी पुलिस टीम:-
बदमाशों को दबोचने में महाजन सीआई अनिल कुमार के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल नन्दराम, कांस्टेबल-कुलदीप सहू, विनोद सिंवर, विकास आदि ने मुख्य भूमिका निभाई।
कांस्टेबल कुलदीप की विशेष भूमिका
महाजन पुलिस द्वारा पकड़े गए पंजाब गैंग के आरोपियों को दबोचने में महाजन थाने के कांस्टेबल कुलदीप सहू की प्रमुख भूमिका रही। कांस्टेबल सहू ने इससे पूर्व वर्ष 2019 में हरियाणा में चालानी गार्ड से भागे मर्डर, लूट, डकैती जैसे संगीन अपराधों में लिप्त डेढ़ लाख रुपए के दो इनामी बदमाशों में से एक लाख रुपए के इनामी बदमाश को भी महाजन थाना क्षेत्र की रोही में दबोचा था। दूसरे बदमाश को भी स्थानीय पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से पकड़ लिया था। कांस्टेबल की इस बहादुरी पर डीजीपी भूपेंद्र यादव ने कांस्टेबल सहू को पुरस्कार भी दिया था।